अल्मोड़ा,
नगर निगम अल्मोड़ा की दिनांक 29 अप्रैल 2025 को आयोजित बोर्ड बैठक में अनेक महत्वपूर्ण प्रस्तावों में से एक अत्यंत महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें अल्मोड़ा नगर को “हैरिटेज नगर” के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया।
इस प्रस्ताव को लेकर लंबे समय से प्रयासरत सामाजिक कार्यकर्ता विनय किरौला ने प्रेस को संबोधित करते हुए जानकारी दी कि वर्ष 2021 में उत्तराखंड सरकार द्वारा पौड़ी को हैरिटेज नगर घोषित किए जाने के बाद से ही अल्मोड़ा को भी हैरिटेज नगर घोषित करवाने की मांग लगातार उठाई जा रही थी। उन्होंने कहा, “हमारी वर्षों की कोशिशें रंग लाई हैं और अब यह प्रस्ताव नगर निगम की बोर्ड बैठक में पारित हो गया है।”
विनय किरौला ने बताया कि अल्मोड़ा को उसकी सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और स्थापत्य महत्व के अनुरूप सम्मान दिलाने के लिए उन्होंने पूर्व में सात दिवसीय पदयात्रा कर नगर के सभी वार्डों में जनजागरूकता अभियान चलाया। उन्होंने बताया कि यह नगर चंद्र वंशीय शासकों की राजधानी रहा है और उत्तराखंड की संस्कृति, शिक्षा तथा कला का एक सशक्त केंद्र है।
इसके साथ ही भारत सरकार के प्रधानमंत्री कार्यालय और संस्कृति मंत्रालय को ज्ञापन भेजकर अल्मोड़ा को बनारस की तर्ज पर “मंदिरों की नगरी” घोषित करने की मांग भी की गई है। संस्कृति मंत्रालय द्वारा अल्मोड़ा के मंदिरों का विस्तृत विवरण भी मांगा गया था, जो विनय किरौला द्वारा प्रस्तुत किया गया।
विनय किरौला ने आगे कहा कि अब अगला कदम राज्य और केंद्र सरकार से अल्मोड़ा को हैरिटेज नगर एवं मंदिरों की नगरी घोषित करवाने की दिशा में होगा। उन्होंने कहा, “यह नगर इतिहास, संस्कृति और गौरव का प्रतीक है, इसे उसका उपयुक्त दर्जा मिलना चाहिए।”
प्रेस वार्ता में विनय किरौला के साथ पार्षद कमला किरौला (विवेकानंद पुरी वार्ड), पूर्व स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. जे.सी. दुर्गापाल, मोहित साह, सुजीत टम्टा, शोभा रावत सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।