अल्मोड़ा – माननीय उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार और अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अल्मोड़ा श्रीकांत पाण्डेय के मार्गदर्शन में सचिव शचि शर्मा द्वारा दिनांक 14 मई से 16 मई 2025 तक तीन दिवसीय विधिक जागरूकता अभियान “बाल विवाह मुक्त उत्तराखंड” का आयोजन किया गया। अभियान के अंतिम दिन 16 मई को विभिन्न स्थानों – राजकीय इंटर कॉलेज डीनापानी, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय विद्यापीठ, कसारदेवी एवं वार्ड हीराडुंगरी में विधिक जागरूकता शिविर आयोजित किए गए।
शिविरों की शुरुआत नालसा थीम गीत “एक मुठ्ठी आसमान” के माध्यम से की गई। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं और श्रमिकों को बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006, बाल विवाह के सामाजिक एवं मानसिक दुष्परिणाम, चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098, पुलिस हेल्पलाइन 112, 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों के शिक्षा के अधिकार और अभिभावकों की जिम्मेदारियों की जानकारी दी गई।
हीराडुंगरी में श्रमिकों के लिए विशेष शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें नालसा (असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए कानूनी सेवाएं) योजना 2015 के अंतर्गत श्रमिकों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं, पंजीकरण प्रक्रिया, विशेष प्रकोष्ठों, श्रम कानूनों और न्यूनतम मजदूरी से संबंधित जानकारी प्रदान की गई।
शिविरों का समापन भी नालसा थीम गीत के साथ किया गया। कार्यक्रम में विद्यालयों के शिक्षकगण, अधिकार मित्र नीता काड़ाकोटी, दीपा पांडे, दीपा भंडारी सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इस अभियान ने समुदाय में बाल विवाह और श्रमिक अधिकारों को लेकर जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अल्मोड़ा में तीन दिवसीय “बाल विवाह मुक्त उत्तराखंड” जागरूकता अभियान का सफल समापन

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