गुप्त नवरात्रि के अवसर पर नौ दिवसीय कथा यज्ञ में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
फलसीमा (अल्मोड़ा) | संवाददाता
फलसीमा स्थित पवित्र धार की शिखर पर विराजमान माँ कालिका मंदिर परिसर में गुप्त नवरात्रि के पावन अवसर पर श्रीमद् देवी भागवत कथा का शुभारंभ भव्य रूप से किया गया। इस नौ दिवसीय दिव्य आयोजन में देवी भागवत पुराण की महिमा और माँ दुर्गा की लीला का भावपूर्ण वाचन किया जा रहा है।
कथा व्यास आचार्य संजय कृष्ण जोशी, जो स्वयं दुर्गा उपासक हैं, ने अपने प्रेरणादायक प्रवचनों में कहा कि “सत्संग ही मनुष्य के उद्धार का मार्ग है। गुप्त नवरात्रि में भगवती की कथा का श्रवण विशेष फलदायी होता है, जिससे मन की समस्त कामनाएँ पूर्ण होती हैं।” उन्होंने श्रद्धालुओं को भक्ति, संयम और सेवा भाव से जीवन जीने की प्रेरणा दी।
इस आध्यात्मिक आयोजन में क्षेत्रीय श्रद्धालुओं सहित दूर-दराज से भी भक्तजन बड़ी संख्या में प्रतिदिन कथा श्रवण हेतु पहुँच रहे हैं। कथा पंडाल में भक्ति गीतों, मंत्रोच्चारों और देवी महिमा से वातावरण भक्तिमय हो गया है।

माँ कालिका सेवा मंडल, स्थानीय ग्रामवासियों एवं युवाओं के सहयोग से यह आयोजन समर्पण भाव के साथ संपन्न हो रहा है। कथा स्थल को भव्य रूप से सजाया गया है और श्रद्धालुओं के बैठने व प्रसाद की व्यवस्था भी सुव्यवस्थित की गई है।
सेवा मंडल के पदाधिकारियों ने बताया कि कथा के समापन अवसर पर विशाल हवन यज्ञ और भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सभी श्रद्धालु सादर आमंत्रित हैं। यह आयोजन न केवल धार्मिक चेतना का वाहक है, बल्कि समाज में एकजुटता, सेवा और सांस्कृतिक परंपराओं को भी सुदृढ़ करने का एक पावन प्रयास है।
धार की कालिका में देवी कथा का यह आयोजन जनमानस के लिए आस्था, ऊर्जा और आध्यात्मिक प्रेरणा का केंद्र बन गया है।
