सेलाखोला वार्ड की पार्षद वंदना वर्मा ने शपथ ग्रहण के बाद से ही जनता की समस्याओं को प्राथमिकता देना शुरू कर दिया था। उनके द्वारा किए गए कार्यों से यह साबित हो गया कि वह केवल एक नेता नहीं, बल्कि एक सशक्त और समर्पित पार्षद हैं, जो अपनी जिम्मेदारियों को पूरी तरह समझती हैं और उनका समाधान करने के लिए तत्पर रहती हैं। वंदना वर्मा का यह दृष्टिकोण एक आदर्श बन चुका है और उनका काम उनके क्षेत्र की जनता के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है।
पार्षद बनने के बाद, वंदना वर्मा ने सबसे पहले उस मालवे की समस्या को गंभीरता से लिया, जो पिछले 5 सालों से वार्ड में कई जगहों पर जमा हुआ था। यह मालवा न केवल स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ी परेशानी बन चुका था, बल्कि इसमें बहुत सी आवाजाही और स्वच्छता की समस्याएं भी उत्पन्न हो रही थीं। मालवे के कारण रास्ते सकरे हो गए थे, जिससे आने-जाने में समस्या हो रही थी। इसके अलावा, गंदगी का अंबार होने की वजह से स्वच्छता की स्थिति भी गंभीर हो गई थी। इस समस्या के कारण लोग खासकर आवाजाही को लेकर बहुत परेशानी में थे, क्योंकि यह एक मुख्य मार्ग था, जिसपर उनका लगातार आवागमन रहता है।
वंदना वर्मा ने इन सभी समस्याओं को पहचानते हुए तुरंत कदम उठाए और स्वच्छता अभियान चलाने का निर्णय लिया। उन्होंने अपने वार्ड के प्रत्येक हिस्से में जाकर मालवे को हटाने का काम शुरू किया। इस कार्य को करते हुए वह स्वयं भी निगम के कर्मचारीयों के साथ काम में जुट गईं, जिससे यह कार्य जल्द ही पूरा हुआ। उनके इस प्रयास से न केवल मार्गों की सफाई हुई, बल्कि जनता का विश्वास भी मजबूत हुआ।
वंदना वर्मा का यह कार्य न केवल यह दर्शाता है कि वह एक सक्षम और दबंग पार्षद हैं, बल्कि यह भी साबित करता है कि वह किसी भी समस्या को समाधान करने के लिए समर्पित हैं। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि इस प्रकार की समस्याएं भविष्य में उत्पन्न न हो, इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। मालवा हटाने के बाद, उन्होंने सफाई और सुधार कार्यों के लिए प्रशासन से अनुरोध किया, ताकि वार्ड की स्थिति को और बेहतर बनाया जा सके।
इसके साथ ही, वंदना वर्मा ने जनता के साथ अपनी सीधे बातचीत का सिलसिला भी शुरू किया। उन्होंने वार्ड के लोगों के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुनीं और समाधान के लिए कई योजनाएं बनाई। यह तरीका भी उनकी पार्षद की कार्यशैली को जनता के बीच लोकप्रिय बना रहा है, क्योंकि उन्होंने यह साबित किया कि वह सिर्फ कार्यालय में बैठकर निर्णय नहीं करतीं, बल्कि जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं का समाधान करती हैं।
पार्षद वंदना वर्मा ने यह भी सुनिश्चित किया कि वार्ड के विकास में हर नागरिक की भागीदारी हो, जिससे विकास की प्रक्रिया और भी सशक्त बन सके। उनके इन प्रयासों से यह स्पष्ट हो गया कि एक सक्षम और समर्पित नेता अपने क्षेत्र की समस्याओं को पहचान कर उन्हें सही तरीके से हल कर सकता है।
इस प्रकार, वंदना वर्मा ने ना केवल अपने वार्ड के विकास में अहम योगदान दिया, बल्कि उन्होंने यह भी साबित किया कि एक पार्षद का कार्य सिर्फ कागजी योजनाओं तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि उसे जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए। उनकी कार्यशैली और समर्पण ने उन्हें एक प्रभावशाली और प्रेरणादायक नेता बना दिया है।