38वें राष्ट्रीय खेलों का शुभारंभ अल्मोड़ा में भव्य तरीके से हुआ, जिसमें स्कूली बच्चों ने अपने अद्वितीय और रंगारंग कार्यक्रम से इस आयोजन को खास बना दिया। इस उद्घाटन समारोह में बच्चों ने न केवल अपने परफॉर्मेंस से रंगत भरी, बल्कि राज्य की संस्कृति, परंपरा और उत्साह का भी प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में बच्चों ने ग्रुप सांग, ग्रुप डांस और स्वागत गीत पेश किए, जो दर्शकों के दिलों को छू गए।
समारोह की शुरुआत स्वागत गीत से हुई, जिसमें बच्चों ने इस ऐतिहासिक आयोजन के लिए अल्मोड़ा और राज्य का अभिनंदन किया। उनके स्वर में उत्साह और समर्पण था, जिसने पूरे समारोह को एक विशेष वातावरण में लाकर खड़ा कर दिया। स्वागत गीत ने न केवल खेलों के महत्व को उजागर किया, बल्कि दर्शकों में एकजुटता और सामूहिकता का संदेश भी दिया। गीत के बोल और स्वर में एक ऊर्जा थी, जो खेलों की प्रतिस्पर्धा में भाग लेने वाले खिलाड़ियों के लिए प्रेरणादायक था।
इसके बाद, बच्चों ने एक शानदार ग्रुप डांस पेश किया। इस डांस प्रस्तुति में बच्चों ने उत्तराखंड की पारंपरिक नृत्य शैलियों का अद्भुत प्रदर्शन किया, जिसमें “कुमाऊंनी” और “गढ़वाली” लोक नृत्य की झलक दिखाई दी। विभिन्न रंग-बिरंगे परिधानों में सजे बच्चों ने ताल और लय के साथ एकजुट होकर शानदार नृत्य प्रस्तुत किया, जिससे कार्यक्रम में और भी ज्यादा रंग भर गए। उनके नृत्य के दौरान दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए और हर कदम पर तालियों से उनका उत्साह बढ़ाया गया। इस ग्रुप डांस ने खेलों के उद्घाटन की खुशी और सामूहिक प्रयास का प्रतीक बनकर सभी को एकजुट किया।
ग्रुप सांग और डांस के बाद, बच्चों ने एक सांस्कृतिक प्रदर्शन प्रस्तुत किया, जो खेलों और एकता के महत्व को दर्शाता था। यह प्रदर्शन राज्य के सांस्कृतिक धरोहर को भी प्रस्तुत करता था, जिसमें बच्चों ने अपनी नृत्य कला और संगीत के माध्यम से राज्य की विशेषता और स्थानीय परंपराओं को दिखाया। इस प्रदर्शनी ने यह संदेश दिया कि खेल न केवल शारीरिक कड़ी मेहनत का परिणाम होते हैं, बल्कि यह समाज के विभिन्न पहलुओं का भी सम्मिलन होते हैं, जैसे कि संस्कृति, संगीत और नृत्य।
इसके बाद, खेलों के उद्घाटन के लिए मुख्य अतिथियों का स्वागत किया गया। राज्य की खेल मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने इस मौके पर संबोधन दिया, जिसमें उन्होंने खेलों की महत्ता, खिलाड़ियों की मेहनत और समर्पण की सराहना की। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे खेलों को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं, क्योंकि इससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, साथ ही टीम भावना और एकता का भी विकास होता है।
इस तरह, अल्मोड़ा में 38वें राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन समारोह में स्कूली बच्चों की सहभागिता ने इसे और भी यादगार बना दिया। उनकी रंगारंग प्रस्तुतियों ने यह साबित कर दिया कि युवा पीढ़ी में कला, संस्कृति और खेलों के प्रति गहरी रुचि है, जो न केवल उन्हें शारीरिक रूप से सशक्त बनाती है, बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत करती है। यह आयोजन बच्चों के उत्साह और देशवासियों के सामूहिक प्रयास का प्रतीक बनकर सबके दिलों में जगह बना गया।