मिशन ने 16 लाख से अधिक यूनिट रक्त जरूरतमंदों को किया उपलब्ध, 500 बेड का आधुनिक अस्पताल जल्द होगा शुरू
अल्मोड़ा : संत निरंकारी मिशन एक स्वतंत्र आध्यात्मिक संगठन है जो न किसी धर्म विशेष से जुड़ा है, न ही किसी सांप्रदायिक विचारधारा से। मिशन का उद्देश्य है—प्राणी मात्र की सेवा और सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देना। यह बात मिशन के वरिष्ठ स्वयंसेवक खीम सिंह रैकूनी ने स्थानीय प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। उन्होंने बताया कि मिशन का मूल उद्देश्य है—सेवा, सच्चाई और सत्संग के माध्यम से समाज को जागरूक करना।
खीम सिंह ने बताया कि मिशन द्वारा हर वर्ष 24 अप्रैल को, बाबा गुरु वचन सिंह के शहादत दिवस की स्मृति में, देशभर में रक्तदान शिविर आयोजित किए जाते हैं। यह परंपरा वर्ष 1986 से लगातार जारी है। वर्ष 2023 तक पूरे देश में 8000 से अधिक रक्तदान शिविरों के माध्यम से 16 लाख से अधिक यूनिट रक्त एकत्र कर जरूरतमंद मरीजों को अस्पतालों के माध्यम से पहुंचाया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि मिशन के स्वयंसेवक जाति, धर्म, वर्ग और संप्रदाय से परे रहकर केवल सेवा की भावना से कार्य करते हैं। सुरेंद्र रावत ने जानकारी दी कि मिशन भारत ही नहीं, विश्व के 20 देशों में चैरिटी और सेवा कार्यों में सक्रिय है। भारत में मिशन से एक करोड़ से अधिक स्वयंसेवक जुड़ चुके हैं, जो समय-समय पर रक्तदान, स्वच्छता अभियान, आपदा राहत, और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ कार्यों में अपनी भागीदारी देते हैं।
कोविड काल का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि दिल्ली में मिशन ने 500 बेड का अस्थायी अस्पताल तैयार किया था, जहां रोज़ाना सैकड़ों जरूरतमंदों को भोजन और चिकित्सा सुविधा प्रदान की गई। अब दिल्ली में स्थायी रूप से 500 बेड का आधुनिक अस्पताल भी तैयार किया जा चुका है, जिसका संचालन शीघ्र शुरू होने वाला है।
रक्तदान शिविर
राम प्रकाश निरंकारी ने बताया कि 3 मई को अल्मोड़ा में निरंकारी सत्संग भवन, नरसिंह बाड़ी में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शिविर सुबह 10 बजे से प्रारंभ होगा। इसमें बेस अस्पताल और जिला अस्पताल की ब्लड बैंक टीमें रक्त संग्रहण करेंगी। एकत्रित रक्त को अस्पतालों के ब्लड बैंक में सुरक्षित रखा जाएगा और वहां से जरूरतमंद मरीजों को उपलब्ध कराया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस शिविर में लगभग 70 यूनिट रक्त जमा करने का लक्ष्य रखा गया है। कई लोगों ने पहले ही स्वेच्छा से पंजीकरण करा लिया है। उन्होंने आम जनमानस से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में शिविर में पहुंचकर रक्तदान करें और इस पुनीत कार्य में सहभागी बनें।
इस अवसर पर गोविंद गुरुंग, माया गुरुंग, रमेश चंद्र पलड़िया, मोहन सिंह बिष्ट, नितिन बावा आदि गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।