चम्पावत – आगामी 15 मार्च से 15 जून 2025 तक (3 माह) आयोजित होने वाले उत्तर भारत के प्रसिद्ध पूर्णागिरी मेला- 2025 की तैयारियों को लेकर प्र.जिलाधिकारी जयवर्धन शर्मा ने सोमवार को मां श्री पूर्णागिरी मंदिर एवं मंदिर स्थल का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेला प्रारंभ होने से पहले सभी अधूरे कार्यों को प्राथमिकता पर पूरा किया जाए।
प्र.जिलाधिकारी ने मेला स्थल की विभिन्न व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया, जिसमें यातायात व्यवस्था, पार्किंग, सफाई, सुरक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, विद्युत आदि प्रमुख हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इन कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। खासतौर पर उन्होंने ठुलीगाड़ से मुख्य मंदिर तक किए जा रहे निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किया और लोनिवि को क्षतिग्रस्त मार्ग को शीघ्र ठीक करने का आदेश दिया। इसके अलावा, उन्होंने बांटनागाड़ में धूल की समस्या को हल करने के लिए आरबीएम डालकर टैंकर के माध्यम से पानी का छिड़काव करने का सुझाव दिया।
प्र.जिलाधिकारी ने जिला पंचायत को मेला अवधि के दौरान निरंतर सफाई और शौचालयों की सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने स्वास्थ्य, सुरक्षा और वन्य जीवों से संबंधित चेतावनी साइनेज लगाने के लिए भी कहा। मंदिर मार्ग में असुरक्षित स्थानों पर बेरीकेट्स लगाने की बात भी उन्होंने सुनिश्चित करने को कहा।
वहीं, उन्होंने मंदिर क्षेत्र में पानी की किल्लत को हल करने के लिए जल संस्थान को कार्य करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, उन्होंने धर्मशालाओं एवं मंदिर मार्ग पर लटकते हुए पेड़ों और बिजली के तारों को हटाने की कार्रवाई करने का आदेश दिया। उनका कहना था कि मेले से पहले सभी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करना सुनिश्चित किया जाए ताकि आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
निरीक्षण के दौरान प्र.जिलाधिकारी ने क्षतिग्रस्त मार्ग, रैन बसेरों, जल निकासी, सीसीटीवी, टूटी हुई टाइल्स, मार्ग में बनाए गए शेड्स आदि की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। उन्होंने असुरक्षित दुकानों को नोटिस जारी करने और सभी अधूरे कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।
साथ ही, उन्होंने मंदिर मार्ग एवं आस-पास की गंदगी के निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को कार्य करने का निर्देश दिया। इस निरीक्षण के दौरान एसडीएम नितेश डांगर, तहसीलदार टनकपुर जगदीश गिरी, जल संस्थान से अभियंता पवन, जिला पंचायत से अनिल रावत, मंदिर समिति के उपाध्यक्ष नीरज पांडे, सचिव सुरेश तिवारी, मोहन पांडे, महेश पांडे, मनोज पांडे, गिरीश तिवारी, संजय तिवारी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल, अभियंता लोक निर्माण विभाग लक्ष्मण सिंह सामंत, वन क्षेत्राधिकारी गुलजार हुसैन समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।