अल्मोड़ा (रानीखेत) -रानीखेत वन क्षेत्र के अंतर्गत ताड़ीखेत मॉडल क्रू स्टेशन में शुक्रवार को वनाग्नि रोकथाम एवं जन-जागरूकता विषय पर एक महत्वपूर्ण गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य वनों में आग की घटनाओं को रोकने हेतु स्थानीय समुदाय को जागरूक करना तथा उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना रहा।
गोष्ठी के दौरान कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई, जिनमें वनों में आग लगने के कारण, उसके पर्यावरणीय एवं सामाजिक दुष्परिणाम, आग से बचाव हेतु स्थानीय सहयोग की आवश्यकता, महिलाओं की सहभागिता और ग्रामवासियों की जिम्मेदारियों पर विशेष रूप से प्रकाश डाला गया।
कार्यक्रम की एक विशेषता यह रही कि जागरूकता को प्रभावशाली बनाने के लिए पारंपरिक लोकगीतों, स्लोगनों और जनसंपर्क के माध्यम से संदेश दिया गया। लोगों ने संकल्प लेकर वन संरक्षण में सक्रिय भागीदारी का भरोसा दिलाया। ग्रामीणों ने कार्यक्रम को सराहते हुए वन सुरक्षा के लिए पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन भी दिया।
इस आयोजन के माध्यम से स्थानीय समुदाय में वन संरक्षण को लेकर सकारात्मक माहौल बना और यह संदेश गया कि जनभागीदारी से ही वनाग्नि जैसी आपदाओं को रोका जा सकता है।
कार्यक्रम का संचालन रजतनाथ गोस्वामी एवं बलवंत कनवाल ने संयुक्त रूप से किया।
इस अवसर पर विकासखंड ताड़ीखेत के प्रशासक हीरा सिंह रावत, विधायक प्रतिनिधि ध्यान सिंह नेगी, उप प्रभागीय वनाधिकारी काकुल पुंडीर, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, सरपंचगण एवं बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम ने यह सिद्ध किया कि जब प्रशासन और जनता एकजुट होकर कार्य करते हैं, तो किसी भी संकट का सामना सफलतापूर्वक किया जा सकता है।