प्रधानमंत्री के विकसित भारत संकल्प यात्रा का हिस्सा है यह अभियान, 414 गांवों के 40,500 किसानों से होगा सीधा संवाद
अल्मोड़ा – भाकृअनुप – विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा में ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ की तैयारियों की समीक्षा एवं कार्ययोजना पर विचार हेतु एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक कृषि मंत्री के निर्देशानुसार आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न कृषि एवं रेखीय विभागों के प्रतिनिधियों सहित संस्थान के वैज्ञानिकों ने सहभागिता की।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए संस्थान के निदेशक डॉ. लक्ष्मीकांत ने बताया कि यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से संचालित विकसित भारत संकल्प यात्रा का अंग है, जिसका उद्देश्य किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों, सरकारी योजनाओं एवं नवाचारों से सीधे जोड़ना है। इस अभियान के अंतर्गत अल्मोड़ा जनपद के 414 गांवों में लगभग 40,500 किसानों तक पहुँचने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
डॉ. लक्ष्मीकांत ने जानकारी दी कि इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु संस्थान द्वारा सात विशेष अभियान दलों का गठन किया गया है। इन दलों में कृषि एवं उद्यान विभाग के प्रतिनिधियों के साथ-साथ संस्थान के वैज्ञानिक, विशेषज्ञ एवं तकनीकी स्टाफ सम्मिलित होंगे। एक विशेष टीम चमोली जिले के जनजातीय बहुल क्षेत्रों के ग्यारह गांवों में अभियान का संचालन करेगी। उन्होंने कहा कि इस अभियान में सभी संबंधित विभाग समन्वित रूप से एक टीम की तरह कार्य करेंगे। कृषकों से प्राप्त प्रतिक्रियाओं को निर्धारित प्रारूप में संकलित कर भावी कृषि रणनीति निर्धारण हेतु उपयोग में लाया जाएगा।
बैठक में केंद्र एवं राज्य सरकार की कृषि योजनाओं, खरीफ सीजन की उन्नत फसल तकनीकों, मृदा स्वास्थ्य कार्ड के लाभ, प्राकृतिक खेती के प्रचार-प्रसार एवं किसानों के नवाचारों पर केंद्रित संवाद और रणनीति पर विस्तृत चर्चा की गई।
मुख्य कृषि अधिकारी वी.के. शर्मा, मुख्य उद्यान अधिकारी डॉ. नरेंद्र कुमार, एवं कृषि विज्ञान केंद्र, मटेला के प्रमुख डॉ. आर.के. शर्मा ने अपने-अपने विभागों द्वारा किसानों तक पहुंचाने वाली जानकारी एवं अभियान के सफल संचालन की रणनीतियों से अवगत कराया।
संस्थान की वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अभियान की नोडल अधिकारी डॉ. कुशाग्रा जोशी ने बैठक में उपस्थित वैज्ञानिकों एवं अधिकारियों से आह्वान किया कि वे अभियान के दौरान किसानों से सीधा संवाद स्थापित करें एवं उनकी प्रतिक्रियाएं निर्धारित प्रारूप में संकलित कर संस्थान को उपलब्ध कराएं।
इस बैठक में विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ संस्थान के वैज्ञानिक एवं तकनीकी अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ को एक समन्वित, सशक्त और प्रभावी प्रयास के रूप में लागू करना था, जिससे क्षेत्रीय किसानों को कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भरता एवं समृद्धि की ओर अग्रसर किया जा सके।