कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल से शोध कार्य पूर्ण कर पाया प्रतिष्ठा
अल्मोड़ा: जिले के निवासी लक्ष्मण ने कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल से हिंदी विषय में डॉक्टरेट (Ph.D.) की उपाधि प्राप्त कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उनका शोध कार्य “हिंदी आलोचना में इतिहास बोध” विषय पर केंद्रित रहा, जिसे शोबन सिंह जीना परिसर (एसएसजे) अल्मोड़ा के हिंदी विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ. माया गोला वर्मा के निर्देशन में सम्पन्न किया गया।

लक्ष्मण के इस शोध कार्य की विश्वविद्यालय के अनेक विद्वानों एवं प्राध्यापकों द्वारा सराहना की गई। कुमाऊं विश्वविद्यालय डीएसबी परिसर नैनीताल के हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर निर्मला ढला, प्रोफेसर शिरीष मौर्य, प्रोफेसर चंद्रकला रावत और डॉ. शशि पांडे ने उनके शोध कार्य को एक महत्वपूर्ण योगदान बताया।
वहीं एसएसजे परिसर अल्मोड़ा के हिंदी विभाग के प्रोफेसर जगत सिंह बिष्ट, प्रोफेसर प्रीति आर्य, डॉ. तेजपाल सिंह, डॉ. बच्चन लाल और डॉ. आशा शैली ने भी लक्ष्मण को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
लक्ष्मण का शोध हिंदी आलोचना में इतिहास के प्रति दृष्टिकोण, उसकी व्याख्या और विवेचना की प्रक्रिया को नया आयाम प्रदान करता है। उन्होंने अपने कार्य के माध्यम से यह स्थापित करने का प्रयास किया है कि हिंदी आलोचना न केवल साहित्यिक दृष्टि से बल्कि ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में भी अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
लक्ष्मण की इस उपलब्धि से न केवल उनके परिवार और गुरुजन गौरवान्वित हुए हैं, बल्कि पूरे क्षेत्र में हर्ष का वातावरण है।