नई दिल्ली/अल्मोड़ा | संवाददाता
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के 97वें स्थापना दिवस के अवसर पर भाकृअनुप – विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा और फ्यूजन क्रॉप साइंस प्राइवेट लिमिटेड, पुणे, महाराष्ट्र के बीच मक्का की वी.एल. वीटा किस्म के बीज उत्पादन एवं विक्रय हेतु 16 जुलाई 2025 को एक ऐतिहासिक समझौता संपन्न हुआ।
यह समझौता नई दिल्ली स्थित पूसा परिसर के भारत रत्न सी. सुब्रमण्यम ऑडिटोरियम में आयोजित भव्य समारोह में किया गया, जिसमें केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी, कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी, सचिव डेयर एवं महानिदेशक ICAR डॉ. एम.एल. जाट, एग्रीनोवेट इंडिया लिमिटेड के सीईओ डॉ. प्रवीण मलिक, भाकृअनुप-विपकृअनु संस्थान के निदेशक डॉ. लक्ष्मी कान्त और फ्यूजन क्रॉप साइंस के निदेशक संतोष परसराम भोजने उपस्थित रहे।
वी.एल. वीटा एक शीघ्र पकने वाली (95-100 दिन) संकर मक्का किस्म है, जिसे वी.बी.एल. 101 और वी.बी.एल. 102 के संयोजन से विकसित किया गया है। यह किस्म प्रोविटामिन ए से समृद्ध है, जिसकी मात्रा 7.48 माइक्रोग्राम प्रति ग्राम है—जो सामान्य मक्का की तुलना में लगभग तीन गुना अधिक है। इसे विशेष रूप से उत्तरी पर्वतीय राज्यों (जैसे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड, असम, पूर्वोत्तर राज्य) के लिए अधिसूचित किया गया है।
समझौते के दौरान कंपनी और संस्थान के प्रतिनिधियों के बीच समझौता पत्र का आदान-प्रदान हुआ। इस अवसर पर भोजने ने कहा, “यह समझौता किसानों की आय में वृद्धि और पोषण सुरक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।”
इस उपलब्धि पर केंद्रीय कृषि मंत्री सहित सभी प्रमुख अधिकारियों ने भोजने को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। यह समझौता संस्थान की अनुसंधान उपलब्धियों को व्यावसायिक स्तर पर लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।