अल्मोड़ा स्थित पी०एम० श्री रा०आ०ति०, रा० बी० इ’ में पी०एम० श्री मद के अंतर्गत एक विशेष एक्सपर्ट टॉक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नवीन जोशी, निदेशक एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक, मानसखण्ड विज्ञान केंद्र, कोसी, अल्मोड़ा को आमंत्रित किया गया। उन्होंने कक्षा-12 की विज्ञान वर्ग की 32 छात्राओं को विज्ञान विषय में भविष्य एवं कैरियर निर्माण से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी विस्तारपूर्वक प्रदान की।
विज्ञान एवं कैरियर विकल्पों की जानकारी
नवीन जोशी ने छात्राओं को विभिन्न तकनीकी (Technical) एवं गैर-तकनीकी (Non-Technical) कोर्सेज की जानकारी दी। उन्होंने डेटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बायोइन्फॉर्मेटिक्स, जेनेटिक इंजीनियरिंग, बी. फार्मा, बायोटेक्नोलॉजी, विज्ञान की एडवांस शाखाएं, छात्रवृत्तियां, पीएच.डी., नेट, जेआरएफ जैसी उच्च शिक्षा और शोध से जुड़े विभिन्न कैरियर विकल्पों के बारे में बताया। इस दौरान उन्होंने इन क्षेत्रों में रोजगार की संभावनाओं, नवीनतम शोध और उच्च शिक्षा के अवसरों पर भी प्रकाश डाला।
उत्तराखंड की जैव-विविधता पर विशेष जानकारी
इसके अलावा, उन्होंने उत्तराखंड की जैव-विविधता, बुग्याल, हाई-लाइन क्षेत्रों से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां भी साझा कीं। छात्राओं को स्थानीय पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन, एवं पारिस्थितिकी तंत्र की समझ विकसित करने पर जोर दिया गया, जिससे वे विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ते हुए अपने आसपास के पर्यावरण की रक्षा कर सकें।
गाइडेंस एवं काउंसलिंग का प्रभाव
नवीन जोशी द्वारा दी गई गाइडेंस एवं काउंसलिंग से छात्राओं को अपने भविष्य और कैरियर निर्माण में महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। इस जानकारी से वे विभिन्न विज्ञान शाखाओं में अपने रुचि अनुसार सही विषय और क्षेत्र का चयन कर सकेंगी, जिससे उन्हें आगे की पढ़ाई और अनुसंधान में सहायता मिलेगी।
कार्यक्रम का समापन एवं आयोजन समिति
कार्यक्रम के समापन पर छात्राओं और उपस्थित अतिथियों को सूक्ष्म जलपान कराया गया। इस पूरे आयोजन की अध्यक्षता विद्यालय की प्रधानाचार्या विजया पंत द्वारा की गई, जबकि कार्यक्रम का संचालन अनुराधा शाह जनौटी ने किया। पुनीता जोशी ने बैठक व्यवस्था एवं अन्य व्यवस्थाओं में महत्वपूर्ण सहयोग दिया।
यह कार्यक्रम छात्राओं के लिए अत्यंत सूचनात्मक एवं प्रेरणादायक रहा, जिससे उन्हें विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ने की दिशा में प्रोत्साहन मिला।