Almora – विक्टर मोहन जोशी स्मारक समिति अल्मोड़ा के सचिव प्रकाश चंद्र जोशी ने बताया कि विक्टर मोहन जोशी स्मारक समिति, अल्मोड़ा, हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी महान स्वतंत्रता सेनानी और पत्रकार विक्टर मोहन जोशी की पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने का आयोजन कर रही है। इस वर्ष उनकी पुण्य तिथि 4 अक्टूबर 2024 (शुक्रवार) को मनाई जाएगी। इस अवसर पर समिति ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे समय पर इस समारोह में शामिल होकर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करें।
समारोह की शुरुआत प्रात: 10 बजे एनटीडी स्थित कब्रिस्तान में विक्टर मोहन जोशी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ होगी। इस विशेष आयोजन में समिति के सदस्य, स्थानीय नागरिक और विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। यह अवसर न केवल विक्टर मोहन जोशी के प्रति सम्मान प्रकट करने का है, बल्कि उनके योगदान को याद करने का भी है। उनकी देशभक्ति और स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका को आज भी लोग गर्व से याद करते हैं।
विक्टर मोहन जोशी एक ऐसे महान व्यक्तित्व थे जिन्होंने अपने जीवन के सर्वोत्तम क्षण स्वतंत्रता की दिशा में समर्पित किए। उनकी लेखनी और पत्रकारिता ने लोगों में जागरूकता फैलाई और स्वतंत्रता आंदोलन को नई ऊर्जा प्रदान की। उनकी सोच, दृष्टिकोण और साहस आज की पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक हैं।
उस दिन के कार्यक्रम का दूसरा भाग मध्यान्ह 12.30 बजे महिला अस्पताल, अल्मोड़ा में उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण के साथ होगा। यह समारोह न केवल विक्टर मोहन जोशी की स्मृति को जीवित रखने का एक माध्यम है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि हम उनके विचारों और आदर्शों को अपनाने के प्रति कितने प्रतिबद्ध हैं।
समिति ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे इस महत्वपूर्ण दिन को यादगार बनाने के लिए समारोह में भाग लें। इस कार्यक्रम में शामिल होने से न केवल विक्टर मोहन जोशी को श्रद्धांजलि दी जाएगी, बल्कि यह भी एक अवसर होगा जब हम उनकी विरासत को सहेजने और आगे बढ़ाने का संकल्प लेंगे।
समिति का मानना है कि इस तरह के आयोजनों से नई पीढ़ी को अपने स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानने का मौका मिलता है और उनकी सोच को अपनाने की प्रेरणा मिलती है। इस कार्यक्रम में भाग लेकर हम सभी मिलकर यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि विक्टर मोहन जोशी जैसे महान व्यक्तित्वों की याद सदैव हमारे दिलों में बसी रहे।
इस प्रकार, 4 अक्टूबर का दिन केवल एक पुण्य तिथि नहीं, बल्कि एक ऐसी संजीवनी है जो हमें अपने अतीत से जोड़ती है और हमें प्रेरित करती है। सभी नागरिकों से अपील है कि वे इस कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लें और विक्टर मोहन जोशी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के इस मौके को सार्थक बनाएं।