डीएफओ को पत्र लिखकर बाघ की समस्या से निजात दिलाने की मांग
अल्मोड़ा। नगर निगम अल्मोड़ा के पार्षद अनूप भारती ने भ्यारखोला क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे बाघ के आतंक को गंभीरता से लेते हुए स्थानीय जनता की सुरक्षा के लिए कदम उठाए हैं। क्षेत्र में पिछले कुछ समय से बाघ की लगातार गतिविधियों से लोग दहशत में जी रहे हैं, जिससे न केवल जनजीवन प्रभावित हुआ है, बल्कि मवेशियों की सुरक्षा और बच्चों की पढ़ाई पर भी असर पड़ा है।
इस समस्या को गंभीर मानते हुए पार्षद अनूप भारती ने अल्मोड़ा के प्रभागीय वन अधिकारी (DFO) को एक पत्र प्रेषित कर बाघ के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है। पत्र में उन्होंने स्पष्ट किया कि क्षेत्र की जनता रात्रि को घरों से बाहर निकलने में भी डर रही है। खेतों में काम करना, बच्चों का स्कूल जाना और सामान्य जनजीवन इस भय के कारण अस्त-व्यस्त हो गया है।
पार्षद भारती ने पत्र में वन विभाग से अपील की है कि क्षेत्र में पिंजरा लगाने, गश्त बढ़ाने और आवश्यक होने पर बाघ को पकड़ने की कार्रवाई तत्काल की जाए। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते इस पर उचित कदम नहीं उठाए गए, तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
स्थानीय लोगों ने भी पार्षद भारती के इस प्रयास की सराहना करते हुए जल्द समाधान की उम्मीद जताई है। पार्षद ने यह भी कहा कि वह जनता की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे और इस मुद्दे को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाएंगे।
भ्यारखोला क्षेत्र के लोगों को अब पार्षद के इस कदम से राहत की उम्मीद बंधी है।
भ्यारखोला में बाघ के आतंक से परेशान लोगों की मदद को आगे आए पार्षद अनूप भारती

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