नगर क्षेत्र में बंदर, तेंदुए और जंगली सूअरों से निजात की मांग
अल्मोड़ा |
नगर क्षेत्र में लगातार बढ़ रही वन्यजीव संबंधी समस्याओं को लेकर सोमवार को नगर के समस्त पार्षदगणों ने डिस्ट्रिक्ट फॉरेस्ट ऑफिसर (DFO) से एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में बंदरों की संख्या में वृद्धि, तेंदुओं की आमद और जंगली सूअरों के उत्पात जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई। पार्षदों ने नगरवासियों की सुरक्षा, जनजीवन की शांति और पर्यावरणीय संतुलन के मद्देनज़र तीन प्रमुख मुद्दों पर ठोस कार्यवाही की मांग रखी।
1. बंदरों की संख्या और आक्रामकता बनी चिंता का विषय
पार्षदों ने बताया कि नगर क्षेत्र में बंदरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और वे बच्चों, महिलाओं व बुजुर्गों पर हमला कर रहे हैं। आमजन में डर का माहौल है। उन्होंने मांग की कि बंदरों की तत्काल पकड़-धकड़, नसबंदी एवं पुनर्वास की प्रभावी योजना लागू की जाए।
2. तेंदुए से उत्पन्न खतरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था हो सुदृढ़
बैठक में यह मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया गया कि जंगल से सटे क्षेत्रों में तेंदुए दिखाई दे रहे हैं। बच्चों और पालतू पशुओं पर हमले की आशंका लगातार बनी हुई है। पार्षदों ने प्रभावी जाल और रात्रि गश्त की मांग की ताकि लोगों में भय कम हो सके।
3. जंगली सूअरों से फसलों और नागरिकों को हो रहा नुकसान
पार्षदों ने बताया कि जंगली सूअरों द्वारा खेतों की बर्बादी और बस्तियों में घुसपैठ अब आम बात हो गई है। इससे न केवल किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है, बल्कि नागरिकों की जान-माल को भी खतरा है। उन्होंने वन विभाग से निगरानी और नियंत्रण की तत्काल व्यवस्था करने की अपील की।
सामूहिक प्रयास की मिसाल
इस बैठक में पार्षदों ने एकजुट होकर नगरवासियों की समस्याओं को पुरजोर तरीके से उठाया। यह पहल जनप्रतिनिधियों के समन्वित प्रयास का उदाहरण बनी। बैठक में पार्षद मधु बिष्ट, वैभव पांडे, इन्तेखाब कुरैशी, वंदना वर्मा, कुलदीप सिंह मेर, जानकी पांडे, भूपेंद्र जोशी, चंचल दुर्गापाल, गुंजन चम्याल समेत अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
नगरवासियों को इस बैठक से समाधान की उम्मीद है और वे चाहते हैं कि वन्यजीवों से जुड़ी समस्याओं का जल्द स्थायी हल निकाला जाए।
वन्यजीव समस्या को लेकर पार्षदों की डीएफओ से बैठक, तीन मुख्य बिंदुओं पर हुई चर्चा

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