हल्द्वानी: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने काठगोदाम में तैनात रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) और लालकुआँ रेलवे स्टेशन में तैनात तकनीशियन को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने एक डंपर चालक से उसके खिलाफ दर्ज मामले को रफा-दफा करने के लिए रिश्वत की मांग की थी। देर रात तक सीबीआई ने दोनों से गहन पूछताछ की, जिसके बाद उनके घरों की तलाशी भी ली गई।
सीबीआई प्रमुख शाखा से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, कुछ समय पहले शीशमहल क्षेत्र में एक डंपर की टक्कर से रेलवे फाटक क्षतिग्रस्त हो गया था। इस घटना के संबंध में आरपीएफ थाना काठगोदाम में इस साल एक मामला दर्ज किया गया था। इस केस की जांच काठगोदाम आरपीएफ में तैनात एएसआई हरीश चंद्र कर रहे थे।
डंपर चालक का आरोप था कि एएसआई हरीश चंद्र इस मामले को निपटाने के लिए दो लाख रुपये की रिश्वत मांग रहे थे। चालक ने इस संबंध में सीबीआई को शिकायत दी। मामले को सुलझाने के लिए लालकुआँ रेलवे स्टेशन में तैनात तकनीशियन जसवीर सिंह को बिचौलिया बनाया गया। समझौते के तहत यह तय हुआ कि चालक पहले 20 हजार रुपये जसवीर सिंह को देगा और वह यह रकम एएसआई हरीश चंद्र तक पहुंचाएगा।
शिकायत के बाद सीबीआई ने तुरंत एक ट्रैप टीम का गठन किया और रविवार को जाल बिछाया। सबसे पहले लालकुआँ रेलवे स्टेशन पर तकनीशियन जसवीर सिंह को रिश्वत की रकम स्वीकार करते हुए पकड़ा गया। इसके बाद काठगोदाम आरपीएफ के एएसआई हरीश चंद्र को भी रंगेहाथ 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तारी के बाद सीबीआई अधिकारियों ने दोपहर से लेकर देर रात तक कार्रवाई जारी रखी। दोनों आरोपितों के घरों की तलाशी ली गई, जहां से कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए गए। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि यह पहली बार नहीं था जब आरोपितों ने इस प्रकार की अवैध वसूली की हो।
सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में पूरी सख्ती बरती जा रही है और कोई भी दोषी अधिकारी बख्शा नहीं जाएगा। दोपहर को सीबीआई दोनों आरोपितों को देहरादून ले जाकर कोर्ट में पेश करेगी, जहां आगे की कार्रवाई होगी।
इस कार्रवाई से रेलवे विभाग और अन्य सरकारी एजेंसियों में कार्यरत भ्रष्ट अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया है। यह घटना भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सख्त संदेश है कि यदि कोई भी व्यक्ति गैर-कानूनी गतिविधियों में लिप्त पाया जाता है, तो उसे कड़ी सजा भुगतनी पड़ेगी।