अल्मोड़ा। अधिवक्ता विनोद चंद्र तिवारी ने जैंती पिपली मोटर मार्ग निर्माण में हुई कथित अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा मोर्चा खोला है। अपने संगठन “राष्ट्र नीति” के तहत तिवारी ने जिला अधिकारी, अल्मोड़ा को एक औपचारिक शिकायत पत्र सौंपा है, जिसमें इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 और संविदा अधिनियम के तहत त्वरित कार्रवाई की मांग की गई है।
शिकायत पत्र में तिवारी ने बताया कि जैंती पिपली मोटर मार्ग का निर्माण एक बाहरी ठेकेदार द्वारा किया गया था, जिसमें सड़क का निर्माण मिट्टी के ऊपर डामरीकरण कर किया गया था, जो अब हाथ से उखड़ने लगी है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद स्थानीय लोगों और आम जनता में गहरी नाराजगी है। तिवारी ने इसे गंभीर आपराधिक कदाचार और सार्वजनिक धन के दुरुपयोग का उदाहरण बताते हुए तत्काल जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
शिकायत पत्र में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 (सार्वजनिक सेवक द्वारा अनुचित लाभ प्राप्त करना) और धारा 13 (आपराधिक कदाचार) तथा संविदा अधिनियम के तहत कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है। तिवारी ने इस लापरवाही को सरकारी खजाने के नुकसान और जनता के प्रशासन पर से विश्वास के पतन का कारण बताते हुए कहा कि इस घोटाले की निष्पक्ष जांच जरूरी है।
उन्होंने यह भी जोर दिया कि दोषी ठेकेदारों और संलिप्त अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। इस घोटाले से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह मामला अब पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।