अल्मोड़ा ।
उत्तराखंड लोक वाहिनी (उ लो वा) ने “ऑपरेशन सिन्दूर” के अंतर्गत पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों पर भारतीय सेना द्वारा की गई कार्यवाही की सराहना करते हुए इसे देश की सुरक्षा और संप्रभुता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। वाहिनी ने स्पष्ट किया कि वह इस कठिन समय में पूरी तरह से भारत सरकार और भारतीय सेना के साथ खड़ी है।
उ लो वा ने कहा कि पाकिस्तान, आजादी के समय से ही भारतीय उपमहाद्वीप में धार्मिक उन्माद और अशांति फैलाकर उग्रवाद को बढ़ावा देता रहा है। वह जेहाद के नाम पर आतंकवादी शिविर संचालित कर पूरी दुनिया में आतंकवादियों की आपूर्ति करता रहा है। इसका सबसे अधिक प्रभाव भारत के अल्पसंख्यक समुदायों और विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर के बहुसंख्यक समुदायों पर पड़ा है, जिससे भारत की धर्मनिरपेक्ष छवि को भी क्षति पहुंची है।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड एक सैनिक बाहुल्य राज्य है और ऐसे युद्धकालीन हालातों का प्रभाव इस राज्य पर भी पड़ता है। जिस प्रकार कर्नल सोफिया, विंग कमांडर ब्योमिका सिंह और विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने देश और दुनिया के सामने भारत सरकार का पक्ष मजबूती से रखा है और मीडिया को नियमित जानकारी उपलब्ध कराई है, वह अत्यंत सराहनीय और ऐतिहासिक है।
लोक वाहिनी ने कहा कि भारत ने सिर्फ आतंकवादी अड्डों को निशाना बनाया, लेकिन इसके पश्चात पाकिस्तान की ओर से जो उकसावेपूर्ण कार्रवाई की गई, उसका भारत ने माकूल जवाब दिया है। उ लो वा ने केंद्र सरकार से मांग की कि पाकिस्तान को अब कठोर सबक सिखाया जाए, ताकि वह भविष्य में ऐसे कृत्यों से बाज आए।
बैठक में एडवोकेट जगत रौतेला, दयाकृष्ण कांडपाल, रेवती बिष्ट, पूरन चंद्र तिवारी, अजय मित्र बिष्ट, अजय मेहता, मोहम्मद अनिसुद्दीन, जंगबहादुर थापा समेत अनेक लोग उपस्थित रहे और सर्वसम्मति से देशहित में कठोर कदमों के समर्थन का संकल्प लिया।