भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा के प्रयोगात्मक प्रक्षेत्र, हवालबाग में 17 से 18 दिसम्बर 2024 को “श्री अन्न (मिलेट्स) फसलों की उन्नत खेती” विषय पर दिवसीय दो प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (न्यूट्रीसीरियल घटक) योजनान्तर्गत कृषि विभाग, मैनपुरी (उत्तर प्रदेश) द्वारा प्रायोजित किया गया। जिसका उद्देश्य किसानों को श्री अन्न फसलों की उन्नत तकनीकों से अवगत करवाना था। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश राज्य के मैनपुरी जनपद से 35 कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को श्री अन्न/मिलेट्स से सम्बंधित नवीनतम तकनीकों जैसे- उच्च उपजशील प्रजातियों, उन्नत सस्य विधियाँ, मूल्यवर्धन, फसल संरक्षण तथा कटाई उपरांत प्रसंस्करण के बारें में व्याख्यानों एवं भ्रमणों के माध्यम से जानकारी दी गई।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर संस्थान के निदेशक डा. लक्ष्मी कान्त जी द्वारा किसानों को संबोधित किया गया, जिसमें उन्होने बताया कि श्री अन्न अनाज पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण पोषण सुरक्षा की पूर्ति करने के साथ ही जलवायु परिवर्तन के संभावित खतरों का सामना करने में भी सक्षम हैं। इसके साथ ही उन्होने किसानों को संस्थान द्वारा विकसित मिलेट थ्रेशर व उच्च उपजशील, जल्दी पकने वाली तथा रोग प्रतिरोधक प्रजातियों को अपनाने पर जोर दिया जिससे की बाजार की बढ़ती हुई माँग को पूरा किया जा सके।
निदेशक द्वारा किसानों को उत्पादन बढ़ाने के साथ साथ इनके प्रसंस्करण एवं मूल्यवर्धन हेतू उद्यम स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके साथ ही फसल सुधार विभाग के अध्यक्ष डा. एन. के. हेड़ाऊ द्वारा भी किसानों को संबोधित किया गया। इस अवसर पर किसानों द्वारा भी अपने अनुभव साझा कियें। कार्यक्रम के अंत में प्रशिक्षणार्थीयों को प्रमाण पत्र एवं मंडुवा (रागी) के उन्नत प्रजातियों के बीजों के साथ ही कृषि कार्यों में काम आने वाले छोटे यंत्रों भी का वितरण किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्वय डा. महेन्द्र सिंह भिण्डा एवं श्याम नाथ द्वारा किया गया।