गोविन्द बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान में दिनांक 26/03/2022 को एक दिवसीय कार्यशाला “वायु प्रदूषण आंकलन एवं वृत्तवलीय अध्ययन का जलवायु परिवर्तन में अनुप्रयोग” का आयोजन हुआ। इस कार्यशाला में सोबन सिंह जीना विष्वविद्यालय, अल्मोड़ा के 40 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला को संचालित करते हुए डॉ० कुनियाल ने प्रतिभागियों का स्वागत एवं कार्यषाला के बारे में अवगत कराया। मुख्य अतिथि डॉ० जी.सी.एस. नेगी, केन्द्र प्रमुख सामाजिक एवं आर्थिक विकास केन्द्र ने प्रतिभागियों को हिमालयी क्षेत्रों में चल रहे राष्ट्रीय मिषनों के उद्देष्य के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि किस तरह जलवायु परिवर्तन हमारे पर्यावरण को प्रभावित कर रहा हैं और हमें उनसे निपटने के लिए क्या-क्या प्रयोग करने चाहिए। डॉ० कुनियाल ने पर्यावरण प्रदूषण आंकलन कि विधियों के बारे में बताया व संस्थान द्वारा हिमाचल प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के क्षेत्रों में किये गये कार्यों के तीन दशकों के शोध परिणामों को प्रतिभागियों के साथ साझा किया। कार्यशाला मे डॉ० कपिल केसरवानी द्वारा वायु प्रदूषण (के मापन के लिये उपयोग किये जाने वाले) यंत्रों के बारे में छात्र-छात्राओं को जानकारी प्रदान की। वरिष्त शोधकर्ता रूपेश ध्यानी ने वृत्तवल्लयों (पेड़ो में बनने वाले आंतरिक वार्षिक घेरों) द्वारा जलवायु परिवर्तन के इतिहास पर प्रकाश डाला एवं वृत्तवल्लयों में प्रयोग की जाने वाले विभिन्न उपकरणों से अवगत कराया। कार्यशाला में शोधकर्ता शीतल चौधरी, आरुषि शर्मा, अर्चना बवाड़ी, तपन घोष, निशा बिष्ट, हिमांशु बरगली एवं कार्यालय सहायक महेन्द्र सिंह बिष्ट और फील्ड असिस्टेंट हरीश सिंह बिष्ट, दिलीप कुमार, गिरीष बिष्ट ने सहयोग प्रदान किया।