जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अल्मोड़ा द्वारा अंतराष्ट्रीय मादक द्रव्य निषेध (नशा मुक्ति/ निवारण )दिवस पर webinar का आयोजन किया गया। जिसमें चर्चा हुई कि इस दिन को मनाने का उद्देश्य दुनिया भर के लोगों के लिए स्रोत पड़ताल आंकड़े और तथ्यों को साझा करना है जिससे नशे की लत में पड़े लोगों का जीवन बचाया जा सके। संयुक्त राष्ट्र संघ खुद इस दिन पर लोगों के लिये कई तरह की गतिविधियां आयोजित करता है जिससे लोगों में इसके प्रति जागरूकता पैदा हो सके। इसका एक बड़ा उद्देश्य यह है कि अंतरराष्ट्रीय मादक द्रव्य निषेध दिवस दुनियाभर के कार्यकर्ता चिकित्सक और नशा छुड़ाने के लिए लोगों की मदद करने वाले संगठन और सरकारों के लिए एकता दिखाने का मौका भी मिलता है। जिससे नशा करने वालों की मदद में आसानी हो सके। विशेषज्ञों का मानना है कि इस चुनौती से निपटने में सहयोग की अहम भूमिका होती है कोविड-19 महामारी के समय भी हमें यह शिक्षा मिली है कि मिलकर किसी भी समस्या से निपटा जा सकता है । विशेषज्ञ कहते हैं कि नशे की लत में पड़ने की संभावना वाले लोगों की मदद में समुदाय और पारिवार व पैरा लीगल वालंटियर की अहम भूमिका है। जिसमें पैरा लीगल वालंटियर से यह भी कहा गया कि वे लोग गांव गांव में जन जागरूकता अभियान चलाये और लोगों को भी यह बताएं कि अगर किसी का बच्चा नशा छुड़वाना चाहता है तो वे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय में एक प्रार्थना पत्र देकर बेस हॉस्पिटल में गठित काउंसलिंग सेल में काउंसलिंग करा सकते हैं जिससे उसका काफी हद तक नशा कम हो सकता है अगर उसके बाद ही नशा कम नहीं होता है तो नशा मुक्ति केंद्र हवालबाग में उसका एडमिशन किया जा सकता है जिससे जल्द से जल्द उसका नशा छुड़वाया जा सकता है। इस वेबीनार में front office पैरा लीगल वालंटियर कविता जोशी पैरा लीगल वालंटियर भावना तिवारी मोहित उपरेती रणजीत सिंह मेहरा गणेश पांडे मोहम्मद वसीम ने अपने विचार प्रस्तुत किए और पैनल अधिवक्ता भास्कर जी
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अल्मोड़ा द्वारा अंतराष्ट्रीय मादक द्रव्य निषेध में आयोजित किया वेबीनायिर।
