पिथौरागढ़-प्रदेश के युवाओं की नसों में नशा नासूर बनकर दौड़ रहा है।युवा स्मैक और प्रतिबंधित दवाओं/ इंजेक्शन को मिलाकर नशे के रूप में प्रयोग कर रहे हैं।इसके अतिरिक्त कई प्रकार की दवाइयों का प्रयोग युवा वर्ग द्वारा नशे के रूप में भी किये जाने की घटनाएं प्रकाश में आयी हैं।वर्तमान में युवाओं में नशा लेने का ट्रेंड बढ़ता जा रहा है जिससे युवाओं का भविष्य अंधकारमय होने के साथ साथ एड्स का खतरा भी बढ़ रहा है।नशे पर अंकुश लगाने हेतु दिनांक 7.04.2022 को पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़ लोकेश्वर सिंह के निर्देशन में पुलिस उपाधीक्षक ऑप्स सुमित पाण्डे की अध्यक्षता में पुलिस अधीक्षक कार्यालय पिथौरागढ़ में शहर क्षेत्रान्तर्गत स्थित मेडीकल स्टोर संचालकों के साथ गोष्ठी का आयोजन किया गया।पुलिस उपाधीक्षक द्वारा सभी मेडीकल स्टोर संचालकों को निर्देशित किया गया कि किसी भी व्यक्ति को इस प्रकार के दवा/ इन्जेक्शन देने से पूर्व उसका भली भांति सत्यापन करें तथा यह सुनिश्चित करें कि उसके पास सम्बन्धित दवा/इन्जेक्शन लेने हेतु प्राधिकृत चिकित्सक की लिखी हुई पर्ची हो।यदि कोई भी व्यक्ति बिना चिकित्सक की पर्ची के इस प्रकार की दवाइयां ले जाते हुए पाया गया तो उस व्यक्ति व विक्रय करने वाले मेडीकल संचालक के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।पिथौरागढ़ शहर को नशा मुक्त करने हेतु चलाये गये अभियान में सभी मेडीकल स्टोर संचालकों से पिथौरागढ़ पुलिस का सहयोग करने की अपील की गयी।