जै विष्णु देव भूमि नाट्य कला समिति , शहरफाटक के तत्त्वावधान में लोक संस्कृति संवर्द्धन मेला-2022 का आयोजन हुआ। मेले के समापन दिवस में लोक संस्कृति को प्रस्तुत करने वाली प्रस्तुतियां हुई। विभिन्न दलों के कलाकारों, छोलिया कलाकारों एवं स्थानीय कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दी।
मेले के संयोजक एवं रंगकर्मी श्री दान सिंह फर्त्याल ने कहा कि हमारे बैर, भगनौल, रमोला, चांचरी, जागर, जोड़, झोड़ा, लोक गाथाओं को विलुप्त होने से बचाने के लिए हमें प्रयास करना होगा।
लोककलाकार गोकुल फर्त्याल ने कहा कि हम अपनी मूल संस्कृति को न छोड़ें। अपनी परम्पराओं को न भूलें अपने विलुप्त होते हुए गीतों , नृत्यों को संरक्षित करने के लिए आगे आएं। उन्होंने अतिथियों को प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया।

मेले के सह्योगकर्ता एवं जै विष्णु देव भूमि नाट्य कला समिति , शहरफाटक के अध्यक्ष मंगलम फर्त्याल ने अतिथियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित करते हुए एवं मेले के संबंध में जानकारियां दी।
मेले में खाद्य उद्यान के इंस्पेक्टर ललित मेर जी, ग्राम प्रधान श्री चतुर सिंह फर्त्याल आदि अतिथियों ने मेले, संस्कृति के संबंध में विस्तार से बात रखी।

मेले के संयोजक एवं कलाकार श्री दान सिंह फर्त्याल, लोककलाकार श्री गोकुल फर्त्याल एवं समाजसेवी श्री मंगलम फर्त्याल के संयुक्त संयोजन में आयोजित हुए मेले में अथितियों को सम्मानित किया गया।

मेले का संचालन धन सिंह फर्त्याल एवं सुंदर सिंह फर्त्याल ने किया।
मेले में उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक गायक श्री प्रहलाद मेहरा जी, खाद्य उद्यान के इंस्पेक्टर श्री ललित मेर जी , चतुर सिंह फर्त्याल (प्रधान एवं अध्यक्ष, प्रधान संगठन लमगड़ा), नारायण फर्त्याल (पूर्व प्रधान), देव फर्त्याल (फौजी) दीपक सिंह फर्त्याल(सामाजिक कार्यकर्ता) संस्कृतिकर्मी पुष्पा फर्त्याल सहित जागेश्वर विधानसभा के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारीगण शामिल हुए।