सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा में राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत नमामि गंगे कार्यक्रम का संचालन जोर-शोर से होगा। जिसके लिए विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो0 नरेंद सिंह भंडारी ने आयोजित किए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमे के संयोजक एवं सदस्यों की एक बैठक लेकर समीक्षा की। कुलपति प्रो0 नरेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि सम्पूर्ण भारत में स्वच्छ गंगा मिशन के तहत गंगा एवं उसकी सहायक नदियों के संर्वधन के लिए स्वच्छता पखवाड़ा 15 मार्च से 31 मार्च तक आयोजित किया जा रहा है। जिसमें स्वच्छता, प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक जैसी सात विभिन्न गतिविधियां संचालित होंगी। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में 15 मार्च को स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम का उदघाटन किया जाएगा। जिसमें अल्मोड़ा के जिलाधिकारी श्री नितिन भदौरिया मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। 15 से 17 मार्च तक चित्रकला विभाग में चित्रकला प्रतियोगिता, 19 से 20 मार्च को गणित विभाग के सभागार में नदियों एवं उनकी सहायक जलधाराओं के संवर्धन के लिए जागरुकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम कराया जाएगा। जिसमें मुख्य अतिथि डॉ0 आर0 एस0 रावल, मुख्य अतिथि डॉ0 ललित पांडे, प्रो0 जे0 एस0 रावत, प्रो0 जे0 एस0 बिष्ट आदि विभिन्न दिवसों में संबोधित करेंगे। 22 मार्च को कोसी नदी के पास स्वच्छता कार्यक्रम संचालित होंगे। इसी दिन पेंटिंग प्रदर्शनी का परिणाम घोषित किया जाएगा। 23 मार्च को सोबन सिंह जीना परिसर, अल्मोड़ा  से चौघानपाटा में नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन कर नदियों को बचाने, अपने आस-पास स्वच्छता रखने, पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आने की अपील की जाएगी। 24 मार्च को ‘गंगा व उसकी समस्त सहायक नदियांः रणनीति‘ विषय पर गणित विभाग के सभागार में सेमिनार आयोजित की जाएगी। जिसमें मुख्य संरक्षक एवं कुलपति प्रो0 नरेन्द्र सिंह भंडारी, परिसर निदेशक प्रो0 नीरज तिवारी, मुख्य अतिथि के रूप में विधानसभा उपाध्यक्ष श्री रघुनाथ सिंह चौहान, प्रो0 जे0 एस0 रावत आदि अतिथि रूप में शामिल होंगे।

26 मार्च को परिसर से चौघानपाटा तक हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में अल्मोड़ा की एस0 डी0 एम0 सीमा विश्वकर्मा अतिथि रूप में शामिल होंगी। 31 मार्च को रन फॉर गंगा के तहत चौघानपाटा से दौड़ प्रतियोगिता संचालित होगी। जिसके अतिथि, अल्मोड़ा के एस.पी. श्री पंकज भट्ट तथा 11 मार्च को ही चित्रकला विभाग में स्वच्छता पखवाड़े का विधिवत समापन किया जाएगा। समापन अवसर पर अतिथि के रूप में सीडीओ नवनीत पाण्डे होंगे।

नमामि गंगे कार्यक्रम हेतु डॉ0 नवीन भट्ट नोडल अधिकारी हैं तथा विश्वविद्यालय में इन कार्यक्रमों के संचालन के लिए डॉ0 ममता असवाल को कार्यक्रम संयोजक बनाया गया है। चित्रकला प्रतियोगिता प्रो0 सोनू द्विवेदी, दौड़ प्रतियोगिता, क्रीडा प्रभारी, लियाकत अली के संयोजन में होंगी। इन कार्यक्रमों के प्रचार-प्रसार हेतु पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के डॉ0 ललित चंद्र जोशी जिम्मेदारी सौंपी गई।  

बैठक में समीक्षा करते हुए प्रो0 नरेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम गंगा तथा उसकी सहायक नदियों के संवर्धन और स्वच्छता को लेकर एक राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम है। इसके तहत सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में भी इस थीम पर नदियों और उसके आस-पास स्वच्छता को लेकर कार्यक्रम आयोजित होंगे। जिसकी पूर्ण तैयारियां गतिमान हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारे विश्वविद्यालय के लिए एक अवसर भी है। हम पूर्व से भी इनपर कार्य कर रहे हैं और स्वच्छता पखवाड़े को आयोजित करने के लिए हमने तैयारियां की हैं। उन्होंने कहा कि आज हमारी अधिकतर नदियां सूख रही हैं और कई नदियां सूखने की कगार पर पहुंच चुकी हैं। जिनको कोसी और रिस्पना नदी की भांति पुनर्जनन करने और संवर्धन के के लिए यह कार्यक्रम एक उत्कृष्ट पहल के होगी। हम इसके माध्यम से जनमानस को जागरुक करेंगे और कहा कि पहाड़ की नदियों, नौलों, धारों के संवर्धन के लिए हम एन0एस0एस0, एन0सी0सी0 के साथ मिलकर जागरुकता कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। हमने 10 गांवों को गोद लेकर इनपर कार्य करना प्रारम्भ किया है। स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम संचालित किए जाने से जन-जन तक एक एक वृहद संदेश जाएगा। इनक कार्यक्रमों में धीरे-धीरे जनमानस को भी शिमल किया जाएगा।

इस बैठक में परिसर निदेशक प्रो0 नीरज तिवारी, कुलसचिव, डॉ0 बिपिन जोशी, विश्वविद्यालय की संयोजक डॉ0 ममता असवाल, चित्रकला विभाग की संयोजक प्रो0 सोनू द्विवेदी, क्रीडा प्रभारी श्री लियाकत अली खान, डॉ0 ललित चंद्र जोशी, विपिन जोशी, देवेन्द्र पोखरिया, मनोज आदि  मौजूद रहे।