शारदीय नवरात्र की विजय दशमी, दशहरे पर मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया गया।  दुर्गा पूजा पंडालों में 01 Oct. 2022 सप्तमी  से चल रही पूजा 04 Oct. 2022  को महानवमी पूजन समाप्त होने के बाद अगले दिन  आज 05  Oct. 2022 बुद्धवार को भक्त नम आंखों से मइया की मूर्ति का विसर्जन कर रहे हैं। शारदीय नवरात्र संपन्न होने परमॉ दुर्गा के विविध स्वरूपों का पूजन अर्चन करने के बाद अब उनकी धूमधाम से विदाई की गई।

इस दशमी के अवसर पर बंगाली महिलाओं ने मां को सिंदूर लगाकर सिंदुर खेला और सुहाग की रक्षा की कामना की। इसके बाद महिलाओं ने एक.दूसरे को सिंदूर लगाकर ढाकी वादन में नृत्य करके मइया को रिझाया। वही इस दौरान दुर्गा पंडालो में विजयदशमी को शोभायात्रा के साथ विसर्जन यात्रा निकाली गई।

इस मौके पर  मॉ दुर्गा प्रतिमा के साथ अन्य देवी देवताओं कि प्रतिमाओं सहित विसर्जन पूजन  करने के बाद दशमीं में प्रातः10.00बजे से महिलाओं मिलकर सिंदूर खेला गया और उसके बाद जैसे मॉ आपनी बेटी को विवाह के समय विदा करती है ठीक उसी तरह चार दिनों तक मॉ दुर्गा की तन मन धन के साथ रात दिन पूजा व मॉ कि सेवा में लीन रहने पर आज विजय दशमी/ दशहरे के दिन जब मॉ दुर्गा को विदाई  की गई  महिलाओं के आंख में आंसू छलक गये। 

05 Oct. 2022,  बुद्धवार को  देहरादून स्थित लक्ष्मी नरायाण मंदिर करनपुर बाजार में बजरंग सेवा समिति द्वारा आयोजित 32वीं दुर्गा पूजा महोत्सव के दौरान  मॉ दुर्गा की प्रतिमा के साथ श्री गणेश भगवान, कार्तिक भगवान, मॉ लक्ष्मी,मॉ सरस्वती कि प्रतिमाओं कि शाोभायात्रा निकाली गई। इस अवसर पर मीडिया प्रभारी सोमपाल सिंह ने द्वारा जानकारी के अनुसार शोभायात्रा  करनपुर बाजार लक्ष्मी नारायाण मंदिर से प्रातः 10.30बजे  प्रारम्भ हुई इस दौरा बजरंग सेवा समिति के  सभी पदअधिकारी व क्षेत्र के लोगों गुलाल के रंग एक दुसरे को मला इसी के साथ बड़े धूमधाम व  बेैण्ड गाजेे बाजे ढौल के साथ झाकीयों व मॉ दुर्गे के जयकारा लगाते हुए  महिलाऐं आगे चल रही थी। 

 नाचते गाते अतिश बाजी छोड़ते हुऐ मॉ के जयकारों के साथ क्षेत्र कि महिला संगीत व मॉ के गुणगान करते भव्य शोभायात्रा सर्वे चौक पर सम्पन्न  हुई।  साथ ही   मिडिया प्रभारी ने बताया कि इस बार भी  प्रतिमाओं को हरिद्वार के सर्मानंदघाट गंगा जी पर पं0 गिरिशचंद सेमवाल द्वारा   मंत्रो उच्चाण के साथ  दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया गया।  इस दौरान ढोल. की थाप एवं बैण्ड बाजो पर मां का जयकारा लगाते हुए मूर्तियों को बहती नदी या गंगा जी पर ले जा कर मॉ दुर्गा व साथ में श्री गणेश भगवान, मॉ लक्ष्मी, मॉ सरस्वती एवं कार्तिके भगवान की मूर्तियो का विसर्जन हुआ। इसके साथ मां दुर्गा पुन ससुराल चली गईं।

वही इस अवसर पर बजरंग सेवा समिति दुंर्गा पूजा के अध्यक्ष सौरभ दुसेजा, सचिव मंयक चिटकारा, कोषाध्यक्ष चेतन दिवान, जितेंद्र साहनी, पूर्व अध्यक्ष रवि कुमार अरोड़ा गोलू, पूर्व अध्यक्ष प्रवीन चावला, राजपुर क्षेत्र विधायक खजान दास, लक्ष्मी नारायाण मंदिर के प्रधान सुरेश दुसेजा,अभिशेक वोहरा, सुमित अरोड़ा, विशाल शर्मा, इंद्रजीत साहनी ललित जुयाल चिराग शर्मा, लक्ष्मी नारायाण मंदिर के प्रधान सुरेश दुसेजा, सुभाष वासुंदेव,आदि सैकड़ो भक्त जन एवं बड़ी संख्या में महिलाए शामिल थी।

 इसी के साथ बजरंग सेवा समिति ने सभी दानदाताओं व सहयोगीयों के 32वर्षो से लगातार दुर्गा पूजा महोत्सव में अपना सहयोग प्रदान करने के लिए सभी करनपुर क्षेत्रवासियों व श्रद्धालुओं का धन्यवाद आभार व्यक्त किया। और आगे भी इसी तरह भरपूर सहयोग कि कामना कि तथा मॉ दुर्गा सभी कि मनोकामनाऐं पूर्ण करे। मिडिया प्रभारी ने बातया कि विसर्जन के बाद रात्री 9.00बजे करनपुर लक्ष्मी नारायाण मंदिर मेें विजय मिलन कार्यक्रम किया गया।