उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव तथा पूर्व दर्ज़ा राज्य मंत्री एडवोकेट केवल सती ने प्रेस को दिए गए अपने बयान में कहा कि ये बहुत ही दुर्भाग्य पूर्ण है कि सरकारी कर्मचारियों के उनके स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए गोल्डन कार्ड के नाम पर प्रतिमाह उनके वेतन स्केल के आधार पर पैसा कटता है बदले में काफी पहले उन्हें तथा उन पर आश्रित उनके परिजनों को भी गोल्डन कार्ड 30 रुपए चार्ज कर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए निर्गत किया गया लेकिन आज तक गोल्डन कार्ड से कोई भी स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं गोल्डन कार्ड धारकों को नहीं मिलती हैं। सती ने कहा कि यहां तक कि सरकारी अस्पतालों में भी गोल्डन कार्ड धारकों को कोई भी स्वास्थ्य संबंधी सुविधा नहीं मिलती है।
सती ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड धारकों को ही सुविधा प्रदान की जाती है, गोल्डन कार्ड धारकों के लिए सरकार की तरफ से कोई भी आदेश नहीं है। सती ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों के अधिकांश आश्रितों के पास आयुष्मान कार्ड थे जो कि गोल्डन कार्ड बनते समय जमा कर दिए गए और उन्हें आयुष्मान कार्ड की सुविधाओं से भी वंचित कर दिया गया, उनसे कहा गया कि गोल्डन कार्ड से ही अब आपको सम्पूर्ण सुविधाएं मिलेंगी इस आधार पर उनके आयुष्मान कार्ड भी जमा कर दिए गए जो कि ग़लत निर्णय था।
सती ने कहा कि सरकार को जब सरकारी कर्मचारियों को गोल्डन कार्ड की सुविधा ही नहीं देनी धी तो उनके वेतन से क्यों कटौती की जा रही है । सती ने कहा कि या तो सरकार गोल्डन कार्ड से सारी सुविधाएं प्रदान करे नहीं तो सरकारी कर्मचारियों की वेतन से कटौती बन्द कर उनकी समस्त वेतन से की गई कटौती को उनको वापस करे।