राष्ट्रीय नीति संगठन के आंदोलन को ग्रामीणों का भारी समर्थन, महिला शक्ति ने जताई नाराजगी
अल्मोड़ा: राष्ट्रीय नीति संगठन के तत्वावधान में और एडवोकेट विनोद तिवारी के नेतृत्व में चल रहा जनआंदोलन अब निर्णायक मोड़ पर पहुंचता दिख रहा है। ग्राम पंचायत खूंट, धामस, सेनार, रौन, डाल, चाण क्षेत्र में तीन सूत्रीय मांगों को लेकर बीते 21 दिनों से आंदोलन जारी है, लेकिन शासन-प्रशासन की ओर से कोई संज्ञान न लिए जाने से ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है।
प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांगों में कोसी नदी पर पुल निर्माण, संपर्क सड़क का डामरीकरण, जीआईसी खूंट में पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करना तथा उत्तराखंड के पहाड़ी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देना शामिल है।
सोमवार को आंदोलनकारियों ने ‘भीख मांगो अभियान’ के तहत सेनार, खत्याड़ी और पहल क्षेत्रों में रैली निकालकर सरकार की अनदेखी के प्रति नाराजगी प्रकट की। महिलाओं ने भीख पात्र लेकर जन सहयोग की अपील की और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस अनूठे विरोध प्रदर्शन को क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीणों का समर्थन मिला, विशेष रूप से महिला शक्ति ने आंदोलन में बढ़-चढ़कर भागीदारी दिखाई।
आंदोलन में कुंती देवी, पाना देवी, बिमला देवी, मंजू देवी, सुनीता देवी, शांति देवी, भावना देवी, निर्मला देवी, आनंदी देवी, बचुली देवी, अर्जुन सिंह, नंदन सिंह, मदन सिंह, गोविंद प्रसाद, रणजीत सिंह, सुरेश तिवारी, जमन सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो जल्द ही एक बड़ा जनप्रदर्शन शहर में किया जाएगा। ग्रामीणों की यह आवाज अब पूरे क्षेत्र में आंदोलन की आंधी बनती जा रही है।