अल्मोड़ा।
माननीय उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, नैनीताल के निर्देशानुसार एवं माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अल्मोड़ा श्री श्रीकांत पाण्डेय के मार्गदर्शन में दिनांक 29 अप्रैल 2025 को “Safe Drugs: Safe Life (सुरक्षित दवा – सुरक्षित जीवन)” अभियान के तहत एक संयुक्त निरीक्षण अभियान चलाया गया।
इस निरीक्षण दल में सुश्री शचि शर्मा, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अल्मोड़ा; मीनाक्षी बिष्ट, ड्रग इंस्पेक्टर; डा० गीता पुनेठा, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी (आयुष विंग, महिला), जिला चिकित्सालय, अल्मोड़ा; तथा प्रमोद सिंह जंगपांगी, उप चिकित्सा अधिकारी, अल्मोड़ा शामिल रहे।
संयुक्त टीम द्वारा अल्मोड़ा नगर के विभिन्न मेडिकल स्टोरों का निरीक्षण कर वहां रखी दवाइयों की वैधता की जांच की गई। निरीक्षण के दौरान एक्सपायर्ड दवाओं की विशेष रूप से जांच की गई और यह पाया गया कि कई दुकानों में एक्सपायरी दवाओं को अलग से रखने के लिए “एक्सपायरी बॉक्स” उपलब्ध नहीं थे, जो एक गंभीर लापरवाही मानी गई।
सुश्री शचि शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि एक्सपायर्ड दवाइयां मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक हो सकती हैं। अतः प्रत्येक मेडिकल स्टोर में एक्सपायरी दवाओं को अलग से संग्रह करने हेतु अनिवार्य रूप से बॉक्स बनाए जाएं। साथ ही, सभी स्टोर संचालकों को निर्देशित किया गया कि वे हर ग्राहक को दवा खरीदने के बाद बिल अनिवार्य रूप से प्रदान करें और दुकानों में सुरक्षा कैमरे लगाए जाएं, जिससे पारदर्शिता और निगरानी सुनिश्चित की जा सके।
निरीक्षण के दौरान मेडिकल स्टोरों के लाइसेंसों की वैधता की भी जांच की गई और जहां जरूरी था वहां सुधारात्मक दिशा-निर्देश भी जारी किए गए। ड्रग इंस्पेक्टर मीनाक्षी बिष्ट ने दवा भंडारण के मानकों, तापमान नियंत्रण और दवाइयों के सही वर्गीकरण की भी समीक्षा की।
इस अभियान का उद्देश्य जनमानस को सुरक्षित दवाओं के प्रयोग के प्रति जागरूक करना है, जिससे आम नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें और वे किसी भी प्रकार की लापरवाही या नुकसान से बच सकें।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और समय-समय पर निरीक्षण कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।