चंपावत,
उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ पूर्णागिरि धाम में 15 मार्च 2025 से शुरू हुए मेले के दौरान आस्था और भक्ति का अनुपम संगम देखने को मिल रहा है। अब तक 10 लाख से अधिक श्रद्धालु मां पूर्णागिरि के दर्शन कर चुके हैं। दर्शन करने वालों में 4,35,214 पुरुष, 3,61,200 महिलाएं, 1,08,440 वरिष्ठ नागरिक और 1,88,035 बच्चे शामिल हैं। श्रद्धालुओं की संख्या निरंतर बढ़ रही है, जिससे मेला क्षेत्र में श्रद्धा और उल्लास का वातावरण बना हुआ है।
श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु जिला प्रशासन द्वारा व्यापक प्रबंध किए गए हैं। स्वास्थ्य शिविरों की स्थापना, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, स्वच्छता के लिए सघन प्रयास, निर्बाध यातायात संचालन और मजबूत सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। मेला क्षेत्र में हर स्तर पर श्रद्धालुओं को सहायता उपलब्ध कराई जा रही है, और सभी व्यवस्थाओं का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है।
जिलाधिकारी नवनीत पांडे के नेतृत्व में विशेष रूप से वृद्धजनों, महिलाओं और बच्चों के लिए अतिरिक्त सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं। संपूर्ण मेला क्षेत्र में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया गया है ताकि भक्तजन एक पवित्र वातावरण में दर्शन कर सकें।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मेला क्षेत्र में नियमों का पालन करें और व्यवस्था में सहयोग करें ताकि सभी को सुरक्षित, सहज और आनंददायक दर्शन का अनुभव प्राप्त हो सके। पूर्णागिरि धाम की यह भव्य यात्रा श्रद्धालुओं के लिए एक अविस्मरणीय आध्यात्मिक अनुभव बनती जा रही है।
प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं का हार्दिक स्वागत करते हुए उनकी यात्रा की सफलता और सुखद अनुभव के लिए शुभकामनाएं दी हैं।