अल्मोड़ा: नगर निगम अल्मोड़ा के अंतर्गत आने वाले न्यू इंदिरा कॉलोनी वार्ड की स्थिति इन दिनों बेहद चिंताजनक बनी हुई है। सिमकिनी मैदान के पास का क्षेत्र इन दिनों कूड़े के महासागर में तब्दील हो चुका है। यह वही इलाका है जो हालिया निकाय चुनावों के दौरान कूड़े की समस्या को लेकर काफी चर्चा में रहा था। चुनावों के वक्त जनप्रतिनिधियों और प्रत्याशियों ने इस मुद्दे पर जमकर बयानबाज़ी की और साफ-सफाई के वादे किए, लेकिन चुनाव बीतते ही यह मुद्दा मानो किसी की प्राथमिकता में ही नहीं रहा।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कूड़े का यह ढेर न केवल बदबू और गंदगी फैला रहा है बल्कि इससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी पैदा हो रही हैं। मच्छरों और आवारा जानवरों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, जिससे क्षेत्रवासियों का जीना मुश्किल हो गया है। स्कूल जाने वाले बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह गंदगी किसी खतरे से कम नहीं है।
वार्ड की पार्षद गीता बिष्ट का कहना है कि वह स्वयं इस गंदगी से बेहद परेशान हैं और इसको लेकर कई बार नगर निगम में आवाज़ उठा चुकी हैं। उन्होंने कहा, “मैंने कई बार निगम में गाड़ी की मांग की है ताकि इस कूड़े को उठाया जा सके, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई। एक अकेला व्यक्ति इस कूड़े को नहीं हटा सकता। निगम की गाड़ी और कर्मचारियों की मदद जरूरी है।”

गीता बिष्ट ने यह भी बताया कि उन्होंने अपने स्तर से जितना संभव हो सका सफाई करवाने की कोशिश की है, लेकिन संसाधनों की कमी के चलते बड़ी मात्रा में जमा कूड़ा हटाना संभव नहीं हो पा रहा है। उन्होंने अपील की कि नगर निगम इस ओर गंभीरता से ध्यान दे और जल्द से जल्द सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करे।
नगर निगम का दो माह का कार्यकाल पूरा हो चुका है, लेकिन अभी तक न्यू इंदिरा कॉलोनी जैसे इलाकों में बदलाव दिखाई नहीं दे रहा है। लोगों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि चुनाव के समय जो नेता गली-गली जाकर सफाई के वादे कर रहे थे, अब वे नजर तक नहीं आते।

स्थानीय निवासी रामसिंह (काल्पनिक नाम) ने कहा, “हमने सोचा था कि चुनाव के बाद कुछ बदलाव आएगा, लेकिन हालत जस की तस है। उल्टा कूड़े का ढेर और बढ़ता जा रहा है।”
जनप्रतिनिधियों से लेकर निगम प्रशासन तक, सभी से अपील की जा रही है कि इस गंभीर समस्या पर ध्यान दिया जाए। यदि समय रहते सफाई की व्यवस्था नहीं की गई तो आने वाले दिनों में यह इलाका गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकता है।
यह मामला न केवल प्रशासनिक उदासीनता को उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जनता से किए गए वादे केवल चुनावी घोषणाओं तक ही सीमित रह जाते हैं। अब देखना यह होगा कि नगर निगम कब इस ओर सक्रियता दिखाता है और न्यू इंदिरा कॉलोनी को कूड़े के इस महासागर से निजात दिलाता है।


