अल्मोड़ा – विगत वर्षों की भांति इस वर्ष चैत नवरात्रि में प्रथम बार प्रभु श्री रामलीला का आयोजन महिला रामलीला के रूप में किया जा रहा है। यह आयोजन श्री राम सांस्कृतिक एवं सामाजिक सेवा समिति, अल्मोड़ा द्वारा मल्ला महल, अल्मोड़ा में दिनांक 30 मार्च 2025 से 09 अप्रैल 2025 तक संपन्न होगा। इस विशेष रामलीला का आयोजन पूरी तरह से महिलाओं के द्वारा किया जा रहा है।
रामलीला का निर्देशन पूर्व सभासद श्री राजेंद्र तिवारी कर रहे हैं। समिति की अध्यक्ष लता तिवारी और सचिव प्रीति बिष्ट हैं। रामलीला का मंचन प्रतिदिन रात्रि 8 बजे से सुनिश्चित किया गया है।
रामलीला का विस्तृत कार्यक्रम इस प्रकार है:
30 मार्च 2025:
रामलीला महायज्ञ शुभारंभ
रावण, कुंभकरण, विभीषण तपस्या
देवगण स्तुति, राम-सीता जन्म
ताड़िका वध, सुबाहु वध, मारीच उद्धार
अहिल्या उद्धार, पुष्प वाटिका सौंदर्य
गौरी पूजन
31 मार्च 2025:
धनुष यज्ञ
परशुराम-लक्ष्मण संवाद
01 अप्रैल 2025:
राम बारात
मंथरा-कैकई संवाद, दशरथ-कैकई संवाद
श्रवण भक्ति प्रसंग, राम-सीता संवाद
वनवास
02 अप्रैल 2025:
वनवास, केवट प्रसंग, भिल्ल प्रसंग
सुमंत विलाप, दशरथ मरण, चित्रकूट मिलन
सूर्पनखा प्रसंग
03 अप्रैल 2025:
त्रिसरा वध, खर-दूषण वध
रावण-मारीच संवाद, सीता हरण
04 अप्रैल 2025:
राम विलाप, शबरी प्रसंग, हनुमान मिलन
सुग्रीव मैत्री, मायावी प्रसंग
बाली-सुग्रीव युद्ध, लंका दहन
05 अप्रैल 2025:
राम द्वारा अंगद को दूत बनाकर भेजना
अंगद-रावण संवाद
06 अप्रैल 2025:
लक्ष्मण-मेघनाद संवाद
लक्ष्मण शक्ति, राम विलाप
हनुमान द्वारा संजीवनी लाना, कुंभकरण वध
07 अप्रैल 2025:
लक्ष्मण-मेघनाद संवाद, मेघनाद वध
मकरध्वज-अहिरावण संवाद, अहिरावण वध
रावण वध
08 अप्रैल 2025:
पुरुषों द्वारा रामलीला के कुछ मुख्य प्रसंग
श्रीराम राज्याभिषेक
09 अप्रैल 2025:
दिशा एकेडमी एवं आमंत्रित कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम
पुरस्कार वितरण
यह महिला रामलीला का आयोजन न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण होगा, बल्कि यह महिलाओं की सहभागिता को भी एक नया आयाम देगा। इस पहल से महिलाओं को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा, जिससे समाज में जागरूकता और सांस्कृतिक चेतना का संचार होगा।
यह रामलीला आयोजन अपने आप में एक ऐतिहासिक कदम है, जिसमें नारी सशक्तिकरण को नई दिशा मिलेगी। महिलाओं के द्वारा किए जा रहे इस विशेष आयोजन से समाज में सकारात्मक संदेश जाएगा और यह आयोजन अन्य स्थानों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बनेगा।

