श्री बाराहदेव फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड, जबलपुर, मध्य प्रदेश और भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा के बीच वीएल सब्जी मटर 13 के उत्पादन और विक्रय के लिए एक समझौता हुआ है। यह मटर की किस्म उत्तराखंड राज्य में खेती के लिए अधिसूचित जल्दी पकने वाली किस्म है। इसकी फली आकर्षक, लंबी और इसमें 9-10 बीज होते हैं, जो इसे खास बनाते हैं। यह ऊंचे पहाड़ों में, विशेष रूप से अगस्त में बोई जाने वाली बेमौसमी खेती के लिए एक उपयुक्त वैकल्पिक किस्म है।
वीएल सब्जी मटर 13 के उत्पादन और विक्रय के लिए हुए इस समझौते का प्रमाणपत्र कृषि आयोग असम के अध्यक्ष और पूर्व महानिदेशक बोरलॉग इंस्टीट्यूट फॉर साउथ एशिया, डॉ. हरि शंकर गुप्त ने श्री कुलदीप पटेल, श्री बाराहदेव फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी के प्रतिनिधि को प्रदान किया। इस कार्यक्रम में अल्मोड़ा नगर निगम के महापौर अजय वर्मा, भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. लक्ष्मीकान्त, जी.बी. पंत राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण संस्थान कोसी कटारमल के निदेशक प्रो. सुनील नौटियाल, भाकृअनुप-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के संयुक्त निदेशक डॉ. यशपाल मलिक, आकाशवाणी अल्मोड़ा के कार्यक्रम प्रमुख रमेश चंद्रा और संस्थान के आईटीएमयू चेयरमैन डॉ. निर्मल कुमार हेडाउ भी उपस्थित थे।
कुलदीप पटेल ने इस समझौते को किसान की आय वृद्धि में महत्वपूर्ण कदम बताते हुए इसे एक मील का पत्थर माना। डॉ. लक्ष्मीकान्त ने इस उपलब्धि पर श्री कुलदीप पटेल को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस समझौते के परिणामस्वरूप, श्री बाराहदेव फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा वीएल सब्जी मटर 13 का वृहद स्तर पर बीज उत्पादन किया जाएगा, जिससे यह प्रजाति प्रचुर मात्रा में देशभर के किसानों को उपलब्ध होगी।