नगर निगम अल्मोड़ा के सिद्धपुर वार्ड के सभासद, गुंजन चम्याल, ने अपने क्षेत्र में चल रहे जिला पंचायत के कार्यों पर प्रश्न उठाया है। उन्होंने विशेष रूप से उस मार्ग को लेकर चिंता जताई, जिसे जिला पंचायत द्वारा बंद करने का निर्णय लिया गया था। यह मार्ग दुंगाधारा को होमगार्ड ऑफिस से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण पैदल मार्ग था। गुंजन चम्याल का मानना था कि यदि इस मार्ग को बंद कर दिया जाता है, तो वहां के स्थानीय निवासियों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता था, क्योंकि यह मार्ग उनकी दैनिक आवाजाही का एक अहम हिस्सा था।
गुंजन ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और तुरंत ही जिला पंचायत अध्यक्ष और अपर प्रमुख अधिकारी, राजेश कुमार से संपर्क किया। उन्होंने दोनों से वार्ता कर मामले की जानकारी दी और यह स्पष्ट किया कि इस मार्ग का बंद होना स्थानीय लोगों के लिए असुविधा का कारण बनेगा। गुंजन ने जिला पंचायत के अधिकारियों से यह अनुरोध किया कि इस मार्ग के बंद करने की कार्रवाई पर पुनः विचार किया जाए और इसके संभावित परिणामों को ध्यान में रखते हुए कोई वैकल्पिक समाधान निकाला जाए।
गुंजन की सक्रियता और पहल के परिणामस्वरूप, जिला पंचायत ने तत्काल ठेकेदार से संपर्क किया और कार्य को रोकने का निर्णय लिया। इसके बाद मार्ग बंद करने की कार्रवाई रोक दी गई, जिससे स्थानीय लोगों को राहत मिली। इस तरह से गुंजन चम्याल ने अपनी तत्परता और सक्रियता का परिचय दिया और सिद्धपुर वार्ड के निवासियों के हित में काम किया। उनका यह कदम स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ी राहत साबित हुआ, क्योंकि अब उन्हें अपनी रोज़मर्रा की गतिविधियों के लिए एक सुविधाजनक मार्ग मिलता रहेगा।
यह घटना यह दर्शाती है कि कैसे एक जागरूक और जिम्मेदार जनप्रतिनिधि अपनी क्षेत्रीय समस्याओं को सुलझाने के लिए प्रशासनिक तंत्र से संवाद स्थापित कर सकता है। गुंजन चम्याल ने यह सिद्ध किया कि जब जनप्रतिनिधि अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेते हैं, तो वे न केवल प्रशासन के साथ तालमेल बना सकते हैं, बल्कि अपने क्षेत्रवासियों के हितों का भी सफलतापूर्वक बचाव कर सकते हैं। इस कार्य में गुंजन के साथ बालेश्वर वार्ड के पार्षद इन्द्र मोहन भंडारी ने भी साथ दिया।