डुबकियां वार्ड की पार्षद अंजू बिष्ट ने शपथ लेने के बाद अपनी पहली सार्वजनिक पहल की शुरुआत की, जिससे उनके समर्पण और जनसेवा की भावना स्पष्ट रूप से उजागर हुई। शपथ के तुरंत बाद, अंजू बिष्ट उत्तरी मैदान में पहुंची, जहाँ उन्होंने जनता से मिलकर उनके मुद्दों को सुना। इस दौरान, नायक दीपक चंदेल, घनश्याम पवार, कृष्ण कुमार और राहुल कुमार भी उनके साथ थे। इन सभी ने मिलकर जनता की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया।
अंजू बिष्ट ने शपथ के बाद पहली बार जनता से मिलकर उनके साथ संवाद स्थापित किया। इस दौरान उन्होंने जनता से उनके समस्याओं के बारे में जानकारी ली, जिनमें प्रमुख रूप से सफाई की समस्या, जल निकासी, खराब सड़कें और सार्वजनिक स्थलों की स्थिति शामिल थीं। अंजू ने तत्काल इन समस्याओं के समाधान के लिए कदम उठाने का संकल्प लिया। जनता से मिली जानकारी के बाद, उन्होंने नगर निगम के कर्मचारियों के साथ मिलकर सफाई का कार्य शुरू किया। उत्तरी मैदान में फैली गंदगी को साफ करने के लिए कर्मचारियों ने कार्य किया, और यह एक संदेश था कि अंजू बिष्ट जनसेवा के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
इस सफाई अभियान के दौरान अंजू बिष्ट का नेतृत्व प्रभावशाली था। उन्होंने न केवल खुद सफाई कार्य में भाग लिया, बल्कि सभी कर्मचारियों और स्थानीय लोगों को प्रेरित भी किया। सफाई अभियान में नायक दीपक चंदेल, घनश्याम पवार, कृष्ण कुमार और राहुल कुमार ने भी अपना योगदान दिया, और यह दिखाया कि वार्ड की समस्याओं का समाधान केवल एक व्यक्ति के प्रयास से नहीं, बल्कि टीमवर्क से ही संभव है। सफाई कार्य के साथ-साथ अंजू ने जनता को जागरूक भी किया कि अपने आसपास सफाई रखना हम सभी की जिम्मेदारी है।
अंजू बिष्ट का यह कदम दर्शाता है कि वह केवल शपथ लेकर नहीं रुकने वाली हैं, बल्कि जनता की समस्याओं को प्राथमिकता देती हैं और उन समस्याओं के समाधान के लिए तुरंत कार्य करती हैं। उनकी यह पहल उनके जनप्रतिनिधि के रूप में उनके समर्पण का प्रतीक बनी। जनता ने उनके इस कदम का खुले दिल से स्वागत किया और उनके प्रयासों को सराहा। शपथ के बाद जनता से पहली बार मिलने पर उन्हें भरपूर सहयोग मिला, और यह अनुभव उनके विश्वास और समर्थन को और भी मजबूत करने वाला था।
इस तरह, अंजू बिष्ट ने शपथ लेने के बाद अपनी पहली कार्यवाही में ही जनता के बीच अपनी एक स्थायी छवि बना ली। उनके कार्यों ने न केवल उनके नेतृत्व की क्षमता को दिखाया, बल्कि यह भी साबित किया कि वह एक संवेदनशील और समर्पित नेता हैं, जो अपनी जिम्मेदारियों को न केवल समझती हैं, बल्कि उन पर कार्रवाई भी करती हैं।