उत्तराखंड तीरथ सिह रावत  सरकार के 100 दिन पूर्ण होने पर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता और पूर्व में 52 अल्मोड़ा से विधानसभा चुनाव लड़ चुके भुवन चन्द्र जोशी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि भाजपा ने उत्तराखंड के लोगों के धैर्य की परिक्षा ले रही है बी जे पी ने राज्य को एक प्रयोगशाला बनाकर रख दिया है, जनता ने भाजपा को केंद्र और राज्य में भारी भरकम बहुमत  मिलने के बाद भी पार्टी अक्षम मुख्यमन्त्री थोप रही है अट्ठान सदस्यीय विधायक दल में कोई भी ऐसा सदस्य उनकी नजर में नहीं आया जो मुख्यमन्त्री बन सके । राज्य सरकार कोविड महामारी से ठीक से नही लड पाई जांच के नाम पर घोटाले सामने आ रहे है। जबकि अब सरकार  अपने चार साल से  अधिक समय के कार्यकाल मे दो – दो मुख्यमंन्त्रियो के कार्यकाल के मिलाकर भी कोई सन्तोष जनक काम नही कर पाई है। भुवन जोशी ने कहा कि वर्षा काल आ गया है प्रदेश में कई जगह बादल फटने व भूस्खलन की समस्याये आ रही है। सडके मलुवे से पट गई है, अल्मोड़ा में रानीधारा रोड चलने लायक नहीं है अधिकारी बजट का रोना रो रहे है।  यहा तक कि दो दिन पूर्व एन टी डी मार्ग में किया गया डामर भी उखड रहा है। अफसर सरकार के निर्देशो की प्रतिक्षा कर रहे है। मुख्यमन्त्री सन्तोषजनक कार्य नहीं कर पा रहे है  विधायकों में भारी असन्तोष है ।    मुख्यमन्त्री को अपने संसदीय क्षेत्र से त्यागपत्र देकर यदि चुनाव लडना पडा तो काम करने के लिये अब सरकार के पास जो बचा हुआ समय है वह भी चुनाव में ही खर्च हो जायेगा। यह उत्तराखण्ड  की जनता के साथ भद्दा मजाक है, जोशी ने कहा  मुख्यमन्त्री के सौ दिन का कार्यकाल निराशाजनक है। सरकारी कार्यालयों  में जबाबदेही का अभाव है। कोरोना काल में अस्पतालों में अपनी जान जोखिम में डालकर कार्य कर रहे कर्मचारियों का वेतन रोकना सरकार की असफलता को दर्शाता है, अधिकारी जनता के प्रार्थना पत्रो का जबाब तक नहीं दे रहे है।  राज्य भगवान भरोसे चल रहा है    ऐसे समय में राज्य को मुख्यमन्त्रियो की प्रयोगशाला बनाने के बजाय  सरकार के राजधानी गैरसैण स्वास्थ सहित  बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दो पर  काम करना चाहिये