चम्पावत –
केन्द्रीय राज्य मंत्री, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, अजय टम्टा ने रविवार को एनएच-09 (टनकपुर से पिथौरागढ़) मार्ग पर टनकपुर से चम्पावत खंड का स्थलीय निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग, आशुतोष कुमार ने अवगत कराया कि टनकपुर से चम्पावत प्रभाग में 22 भू-स्खलन प्रभावित स्थलों के उपचार का कार्य किया जा रहा है, जिसमें अब तक लगभग 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। इन कार्यों पर लगभग 80 करोड़ रुपये की लागत आ रही है।
इसके अतिरिक्त, 45 नए भू-स्खलन प्रभावित स्थलों का चिन्हीकरण कर रिपोर्ट मंत्रालय को भेज दी गई है। स्वाला भू-स्खलन प्रभावित स्थल पर हिल साइड उपचार कार्य तेजी से किया जा रहा है, जिसे मानसून से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। खड्ड साइड के उपचार हेतु डीपीआर स्वीकृत हो चुकी है और निविदा प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है।
मार्ग में मानसून के दौरान यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए जेसीबी, पोकलैंड मशीन और टिप्पर की व्यवस्था हेतु निविदा आमंत्रित कर ली गई है। साथ ही, चम्पावत बाईपास निर्माण कार्य के लिए भी निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, जिसकी अनुमानित लागत 220 करोड़ रुपये है और कुल लंबाई 9.85 किमी होगी।
निरीक्षण के दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष गोविंद सामंत सहित अन्य अधिकारी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।