कौसानी – 11वीं लैंडस्केप फोटोग्राफी एवं एस्ट्रो फोटोग्राफी कार्यशाला का आज दूसरा दिन बहुत ही रोमांचक और ज्ञानवर्धक रहा। इस दिन में प्रतिभागियों ने बिजुरिया ग्राम और उसके आसपास की खूबसूरत प्राकृतिक दृश्यों को अपने कैमरों में कैद किया। उमेश गोगना, जो कि एक प्रसिद्ध एस्ट्रो फोटोग्राफर हैं, के मार्गदर्शन में सभी प्रतिभागियों ने मिल्की वे को कैद करने की तकनीकी सीखी। रात के 3:00 बजे, सभी प्रतिभागी स्पॉट पर पहुंचे और आसमान में नजर आ रहे मिल्की वे को अपने कैमरों में सफलतापूर्वक कैद किया। यह एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण, लेकिन प्रेरणादायक अनुभव था, क्योंकि इस दौरान आसमान की सुंदरता को कैमरे में लाना एक कला की तरह था।
सुबह 9:00 बजे, सभी प्रतिभागियों ने बिजुरिया गांव का भ्रमण किया। इस दौरान वे वहां की प्राकृतिक और ग्रामीण नजारों को अपने कैमरों में उतारने में व्यस्त रहे। संस्था के अध्यक्ष, कपूर जी ने इस दौरान बताया कि महात्मा गांधी जी के जीवन में इस स्थान का अत्यधिक महत्व रहा है, जिससे स्थान की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को समझने में मदद मिली।
संध्या के समय में, सोनी के ब्रांड एंबेसडर और प्रोडक्ट फोटोग्राफी एक्सपर्ट गुरदास जी ने टेबल टॉप और प्रोडक्ट फोटोग्राफी पर एक प्रख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने प्रतिभागियों को बताया कि कैसे उचित लाइटिंग और तकनीकी अभ्यास के साथ प्रोडक्ट फोटोग्राफी की जा सकती है। गुरदास जी ने यह भी बताया कि प्रिंट मीडिया और एडवर्टाइजमेंट में प्रोडक्ट फोटोग्राफी का अत्यधिक महत्व है और इस क्षेत्र में करियर बनाने के कई अवसर हैं। उन्होंने प्रोडक्ट फोटोग्राफी को न केवल एक पेशेवर क्षेत्र के रूप में, बल्कि एक स्थिर और फायदेमंद करियर विकल्प के रूप में भी प्रस्तुत किया।
इस कार्यशाला का यह दिन प्रतिभागियों के लिए अत्यधिक लाभकारी और प्रेरणादायक था, जहां उन्हें नई तकनीकी ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव प्राप्त हुआ।
11वीं लैंडस्केप फोटोग्राफी एवं एस्ट्रो फोटोग्राफी कार्यशाला का आज दूसरा दिन बहुत ही रोमांचक और ज्ञानवर्धक रहा। इस दिन में प्रतिभागियों ने बिजुरिया ग्राम और उसके आसपास की खूबसूरत प्राकृतिक दृश्यों को अपने कैमरों में कैद किया। उमेश गोगना, जो कि एक प्रसिद्ध एस्ट्रो फोटोग्राफर हैं, के मार्गदर्शन में सभी प्रतिभागियों ने मिल्की वे को कैद करने की तकनीकी सीखी। रात के 3:00 बजे, सभी प्रतिभागी स्पॉट पर पहुंचे और आसमान में नजर आ रहे मिल्की वे को अपने कैमरों में सफलतापूर्वक कैद किया। यह एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण, लेकिन प्रेरणादायक अनुभव था, क्योंकि इस दौरान आसमान की सुंदरता को कैमरे में लाना एक कला की तरह था।
सुबह 9:00 बजे, सभी प्रतिभागियों ने बिजुरिया गांव का भ्रमण किया। इस दौरान वे वहां की प्राकृतिक और ग्रामीण नजारों को अपने कैमरों में उतारने में व्यस्त रहे। संस्था के अध्यक्ष, कपूर जी ने इस दौरान बताया कि महात्मा गांधी जी के जीवन में इस स्थान का अत्यधिक महत्व रहा है, जिससे स्थान की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को समझने में मदद मिली।
संध्या के समय में, सोनी के ब्रांड एंबेसडर और प्रोडक्ट फोटोग्राफी एक्सपर्ट गुरदास जी ने टेबल टॉप और प्रोडक्ट फोटोग्राफी पर एक प्रख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने प्रतिभागियों को बताया कि कैसे उचित लाइटिंग और तकनीकी अभ्यास के साथ प्रोडक्ट फोटोग्राफी की जा सकती है। गुरदास जी ने यह भी बताया कि प्रिंट मीडिया और एडवर्टाइजमेंट में प्रोडक्ट फोटोग्राफी का अत्यधिक महत्व है और इस क्षेत्र में करियर बनाने के कई अवसर हैं। उन्होंने प्रोडक्ट फोटोग्राफी को न केवल एक पेशेवर क्षेत्र के रूप में, बल्कि एक स्थिर और फायदेमंद करियर विकल्प के रूप में भी प्रस्तुत किया।
इस कार्यशाला का यह दिन प्रतिभागियों के लिए अत्यधिक लाभकारी और प्रेरणादायक था, जहां उन्हें नई तकनीकी ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव प्राप्त हुआ।