अल्मोड़ा – वि० पं० कृ० अनु0 संस्थान (प्रयोगा
त्मक प्रक्षेल हवाल बाग) अल्लोड़ा में समस्त दैनिक श्रमिकों का चौथे दिन जारी आन्दोलन एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुँच गया है। श्रमिकों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर संस्थान के द्वार पर प्रदर्शन जारी रखा और इस बात का निर्णय लिया कि जब तक उनकी समस्याओं का समाधान लिखित रूप में नहीं दिया जाता, तब तक उनका आन्दोलन जारी रहेगा।
श्रमिकों की प्रमुख मांगें समन्वयक को उनके पद से हटाने और उन्हें ब्रेक न मिलने की समस्या से संबंधित हैं। इन मुद्दों पर श्रमिकों का कहना है कि उनका कार्य भार बढ़ रहा है और उचित आराम की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे उनका काम और शारीरिक स्थिति प्रभावित हो रही है। हालांकि, संस्थान प्रशासन ने श्रमिकों से मौखिक रूप से उनकी समस्याओं का समाधान करने का वादा किया, लेकिन श्रमिक इस हल से संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने लिखा हुआ समाधान मांगा, ताकि उनकी समस्याओं का स्थायी और उचित तरीके से समाधान किया जा सके।
इस संघर्ष में एडवोकेट विनोद कुमार पन्त ने श्रमिकों को मार्गदर्शन दिया और अपनी सलाह दी। उनका कहना था कि श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रशासन को लिखित रूप में समाधान प्रस्तुत करना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी समस्याएं न उत्पन्न हों।
आन्दोलन में दिवानसिंह, नीरज नेगी, मनोज मेहता, कष्णसिंह, किशोर साह, दीप सागर, सती प्रकाश चन्द्र, विमला देवी, तुलसी पाण्डे, कोला देवी, और बलवत्तसिंह सहित अन्य श्रमिकों ने भी भाग लिया। वे सभी प्रशासन से जल्द से जल्द लिखित समाधान की उम्मीद कर रहे हैं और तब तक उनका कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। यह आन्दोलन श्रमिकों के अधिकारों और न्याय की प्राप्ति के लिए एक महत्वपूर्ण संघर्ष बन चुका है।