मोहन उप्रेती संस्थान में ऐपण कला प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन, महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने पर जोर
अल्मोड़ा: मोहन उप्रेती लोक संस्कृति कला संस्थान के तत्वाधान में आयोजित पांच दिवसीय ऐपण प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन समारोह भव्य रूप से संपन्न हुआ। इस प्रशिक्षण शिविर में ऐपण विशेषज्ञ मीरा जोशी द्वारा समूह की महिलाओं को ऐपण की पारंपरिक शैली, उसके सांस्कृतिक महत्व एवं विविध उपयोगों की विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने इस बात पर विशेष जोर दिया कि ऐपण न केवल एक पारंपरिक कला है, बल्कि यह महिलाओं के लिए स्वरोजगार का सशक्त माध्यम भी बन सकता है।
समापन समारोह में अल्मोड़ा नगर के मेयर अजय वर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने मोहन उप्रेती संस्थान के प्रयासों की सराहना करते हुए महिलाओं से आह्वान किया कि वे ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी करें और आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ें।
एमेरिटस साइंटिस्ट जेएस नेगी ने भी पारंपरिक कलाओं को आधुनिक स्वरोजगार से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया। संस्था के अध्यक्ष हेमंत कुमार जोशी ने बताया कि ऐपण कला पारिवारिक एवं सामाजिक परिवेश से होते हुए पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तांतरित होती रही है।
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागी महिलाओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए एवं उनके द्वारा बनाए गए ऐपण की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसे सभी गणमान्य अतिथियों ने सराहा।
गौरतलब है कि संस्थान इस वर्ष अपना रजत जयंती वर्ष मना रहा है और आगामी चरणों में यू कास्ट के सहयोग से मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, जूट बैग निर्माण एवं पिरुल से कोयला बनाने जैसे प्रशिक्षण आयोजित किए जाएंगे। इस अवसर पर संस्था के सचिव कमल पांडे, नमिता टम्टा, पंकज कुमार, शिक्षिका एवं समाजसेविका हेमा वर्मा, NULM मिशन इंचार्ज शांता गुरुरानी भी उपस्थित रहे। मंच संचालन गायत्री जोशी ने किया।