चंपावत – जिलाधिकारी नवनीत पांडे के निर्देशन में आईआरएस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की संयुक्त टीम ने भूकंप के दौरान खोज-बचाव का पूर्वाभ्यास किया।
मॉक ड्रिल के दौरान, भूकंप से क्षतिग्रस्त एक विद्यालय भवन से छात्रों और स्टाफ को सुरक्षित बाहर निकालने का अभ्यास किया गया। मॉक ड्रिल की शुरुआत जिला कंट्रोल रूम को भूकंप की सूचना मिलने से हुई। शुक्रवार को लगभग 10:45 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसका केंद्र पड़ोसी देश नेपाल था और तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.2 मापी गई। इस पर जिलाधिकारी ने तत्काल जिला कंट्रोल रूम का दौरा किया और घटना की जानकारी लेने के बाद आपदा प्रबंधन आईआरएस की टीम को घटनास्थल पर भेजने के निर्देश दिए।
मॉक अभ्यास के पहले चरण में एनडीआरएफ और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बैठक कर पूरी रूपरेखा तैयार की। द्वितीय चरण में मॉक अभ्यास किया गया, जिसमें भूकंप से जनपद के दो विद्यालयी भवनों (जीआईसी चंपावत और जीआईसी लोहाघाट) और राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन के स्थानों एनएच 09 स्वाला और संतोला में बचाव कार्य किया गया।
अभ्यास में जीआईसी चंपावत में 12 लोग घायल हुए, जिनमें एक महिला स्टाफ और 11 छात्र-छात्राएं शामिल थे। घायलों में 10 सामान्य और 2 गंभीर थे, जिन्हें चंपावत जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया। वहीं, जीआईसी लोहाघाट में 21 लोग घायल हुए, जिनमें 16 सामान्य और 5 गंभीर घायल थे। घायलों को लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया।
भूस्खलन से एनएच 09 स्वाला में 80 लोग और संतोला में 35 लोग फंसे थे। इन दोनों स्थानों पर फंसे लोगों को रेस्क्यू करने के बाद मार्गों को सुचारु किया गया।
दृश्य में, घायलों को त्वरित चिकित्सा सहायता दी गई और गंभीर घायलों को अस्पताल भेजा गया। साथ ही, लोक निर्माण विभाग, पीएमजीएसवाई और अन्य सड़क एजेंसियों द्वारा अवरुद्ध सड़क मार्गों को तुरंत ठीक किया गया। विद्युत विभाग ने भी भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में विद्युत सेवाएं बहाल कीं।
जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने कहा कि इस मॉक अभ्यास का मुख्य उद्देश्य आपदा के दौरान घायल व्यक्तियों का जीवन बचाना और सभी रिस्पांस एजेंसियों के कार्यों की जांच करना है।
मॉक एक्सरसाइज में पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडेंट अजय पंत, एसएसबी के असिस्टेंट कमांडेंट करण चौहान, उप जिलाधिकारी लोहाघाट रिंकु बिष्ट, उप जिलाधिकारी पाटी नितेश डांगर, डीडीएमओ देवेंद्र पटवाल सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।