भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की धरती पर क्षेत्रीय विकास के मुद्दों को लेकर राष्ट्र नीति संगठन के तत्वाधान में गांधी पार्क, अल्मोड़ा में एक विशाल धरना और भूख हड़ताल का आयोजन किया गया। इस आंदोलन में दर्जनों की संख्या में लोगों ने भाग लिया और सरकार से जनहित के मुद्दों पर ठोस कदम उठाने की मांग की।
पूर्व में प्रेस वार्ता के माध्यम से राष्ट्र नीति संगठन के अध्यक्ष एवं नैनीताल हाईकोर्ट के अधिवक्ता विनोद तिवारी ने सरकार को चेतावनी दी थी कि यदि ग्राम पंचायत खूंट, धामस, चाण, सेनार, रौन डाल को अल्मोड़ा से जोड़ने वाली सड़क का डामरीकरण, कोसी नदी पर पुल का निर्माण और GIC खूंट विद्यालय में पानी की व्यवस्था सुनिश्चित नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा। सरकार द्वारा 15 दिनों में कोई ठोस कदम न उठाने पर संगठन ने गांधी पार्क में भूख हड़ताल का आयोजन किया।
इस अवसर पर विनोद तिवारी ने कहा कि सरकार और जिला प्रशासन महोत्सवों और प्रचार-प्रसार पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहे हैं, लेकिन भारत रत्न गोविंद बल्लभ पंत जी के क्षेत्र में सड़क और विद्यालयों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने से कतरा रहे हैं। उन्होंने सरकार पर जनता के साथ धोखा करने का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि 2027 के चुनाव में जनता इसका जवाब देगी।
उन्होंने कहा कि शिक्षा का अधिकार भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21A के तहत मूल अधिकार है, और स्कूल में बच्चों को पानी उपलब्ध न कराना संविधान का उल्लंघन है। वक्ताओं ने सरकार पर भारत रत्न गोविंद बल्लभ पंत और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के अपमान का भी आरोप लगाया और ऐलान किया कि जनता चुनाव में इसका जवाब देगी।
इस आंदोलन को विभिन्न जनप्रतिनिधियों और गणमान्य व्यक्तियों का समर्थन मिला, जिनमें प्रमुख रूप से हनुमान मंदिर वार्ड के पार्षद वैभव पांडे, ग्राम प्रधानपति जगत प्रसाद (ग्राम चाण), अर्जुन सिंह (ग्राम प्रधान सेनार), पूर्व प्रधान मदन सिंह बिष्ट, जोगा सिंह कनवाल, पुरन सिंह, गिरीश नाथ गोस्वामी, दिनेश जोशी (यूकेडी), दीपक आर्य, देवेंद्र मेहता, आशीष जोशी, हिमांशु कांडपाल सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।
यह आंदोलन क्षेत्रीय विकास को लेकर जनता की नाराजगी और सरकार से जवाबदेही की मांग को दर्शाता है।