हल्द्वानी। नगर निगम हल्द्वानी काठगोदाम की एक कालोनी निवासी एक युवती के विवाह के दिन से ही उसके ससुरालियों ने अपनी रईसी दिखाने के लिए उस पर जुल्मों की ऐसी बौछार की कि नव विवाहिता को तलाक के लिए अदालत में आवेदन करना पड़ गया। अब जब उसके तलाक का केस अदलत में चल रहा है ऐसे में विवाहिता अपने ससुरालियों को सबक सिखाने और अपनी जान की रक्षा की गुहार लगाने के लिए हल्द्वानी पुलिस की शरण में पहुंच गई है। पुलिस ने भी पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। 

हालांकि पुलिस की जांच में क्या सामने आएगा यह तो जांच रिपोर्ट से ही पता चलेगा लेकिन पीड़िता की राम कहानी से पता चलता है कि यह मामला समाज में अपनी शान ओ शौकत दिखाने के चक्कर में किस तरह लोग अपने हंसते खेलते परिवारों की भी बलि चढ़ाने से पीछे न हटने वाली मानसिकता का है।

जानकारी के अनुसार पीड़िता का विवाह वर्ष 2020 जून माह में दिल्ली के साध नगर की एक कालोनी निवासी युवक से हुआ था। विवाह में युवती के माता पिता ने अपनी हैसियत से ज्यादा और रिशतेदारों से उधार मांगकर भी दान-दहेज, रूपया-पैसा, जेवरात, लत्ते-कपड़े व घर गृहस्थी का सामान दूल्हे, उसके पिता व मां की मांग पर दिया था।

जिसमें वर के लिए 2 तोले की सोने की चेन व अंगूठी, सास व ससुर के लिए भी सोने की चेन व अंगूठी, लगभग एक लाख रूपये से ज्यादा के बर्तन, 3 लाख रूपये का फर्नीचर, 12 लाख की हुंडई कार, स्त्रीधन सोने के आभूषण लगभग 8 लाख रूपये के, विवाह व सगाई में लगभग डेढ़ लाख रूपये के लिफाफे, विवाह में होटल का खर्च 13 लाख रूपये, लगभग 3 लाख रूपये के लेडीज व जेन्ट्स सूट सहित अन्य घर गृहस्थी का सारा सामान दिया गया। परंतु विवाह के तुरंत बाद पीड़िता की सास, ससुर और पति ने उससे कहा कि उसके माता पिता ने उनकी हैसियत के अनुसार विवाह में एक करोड़ नकद रूपये और हीरे-सोने के उपहार देने चाहिए थे।