उत्तराखंड प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की वरिष्ठ उपाध्यक्ष और 66 विधानसभा रुद्रपुर से कांग्रेस की तरफ से विधायक का चुनाव लड़ी पूर्व पालिका अध्यक्ष मीना शर्मा ने हाल ही में एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड प्रदेश में लागू होने जा रहे यूसीसी (यूनिफॉर्म सिविल कोड) और लिव-इन रिलेशनशिप की कानूनी वैधता के खिलाफ प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी का विरोध जारी रहेगा। उनका कहना था कि इस कानून का भारतीय संस्कृति, सभ्यता और संस्कारों से कोई मेल नहीं है।
शर्मा ने कहा कि इस कानून के तहत लड़का और लड़की बिना विवाह के एक साथ रह सकते हैं, जो भारतीय परंपराओं के खिलाफ है। उनका मानना है कि इससे भारतीय संस्कृति को भारी नुकसान होगा और यह समाज के पारंपरिक मूल्यों को चुनौती देगा। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश महिला कांग्रेस ने इस कानून का विरोध करने का संकल्प लिया है और इसके खिलाफ 20 फरवरी को विधानसभा का घेराव किया जाएगा।
महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में होने वाले इस घेराव कार्यक्रम में प्रदेशभर से महिला कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल होंगी। शर्मा ने प्रदेश की सभी महिला कांग्रेस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे 20 फरवरी को प्रातः 11 बजे देहरादून पहुंचें और इस काले कानून के खिलाफ आवाज उठाएं।
उधर, उधम सिंह नगर जनपद से भी बड़ी संख्या में महिला कांग्रेस कार्यकर्ता 19 फरवरी को देहरादून कूच करेंगी और 20 फरवरी को विधानसभा घेराव में शामिल होंगी। महिला कांग्रेस की प्रदेश महासचिव सुनीता कश्यप और रुद्रपुर महानगर महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष मोनिका ढाली ने भी इस आंदोलन में बड़ी संख्या में महिलाओं के शामिल होने की बात कही है।
यह विरोध प्रदर्शन यूसीसी और लिव-इन रिलेशनशिप के खिलाफ महिला कांग्रेस का मजबूत कदम साबित हो सकता है।