अल्मोड़ा। राष्ट्र नीति संगठन के तत्वाधान में एडवोकेट विनोद तिवारी के नेतृत्व में चल रहे जन आंदोलन ने 25वें दिन अल्मोड़ा नगर क्षेत्र में ज़बरदस्त भिक्षा अभियान चलाया, जिसमें नगरवासियों का भारी जनसमर्थन और आर्थिक सहयोग देखने को मिला। आंदोलन की तीन प्रमुख मांगों को लेकर यह अभियान निरंतर जारी है:
1. ग्राम पंचायत सेनार, चाण, खूंट, धामस, रौन डाल क्षेत्र में कोसी नदी पर पुल निर्माण और सड़क पर डामरीकरण,
2. जीआईसी खूंट विद्यालय में पानी की व्यवस्था,
3. उत्तराखंड के पहाड़ी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा।
देश की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए—जहाँ भारत और पाकिस्तान के मध्य युद्ध जैसे हालात हैं—राष्ट्र नीति संगठन ने निर्णय लिया है कि आंदोलन की तीव्रता को अस्थायी रूप से कम किया जाएगा। संगठन ने घोषणा की है कि जब तक युद्ध जैसी स्थिति बनी रहेगी, आंदोलन सांकेतिक रूप से प्रतिदिन केवल एक घंटे के लिए आयोजित किया जाएगा। युद्ध की समाप्ति के पश्चात आंदोलन को पुनः पूर्ण बल के साथ आगे बढ़ाया जाएगा।
संगठन ने यह भी घोषणा की कि नगर क्षेत्र में चार स्थानों पर भिक्षा पात्र स्थायी रूप से रखे जाएंगे, जहाँ लोग राष्ट्र निर्माण और आंदोलन के समर्थन में स्वेच्छा से दान कर सकेंगे। साथ ही अभी तक एकत्रित की गई समस्त धनराशि को भारतीय रक्षा मंत्रालय को समर्पित करने का निर्णय लिया गया है, जिससे युद्धकाल में सरकार को सहयोग मिल सके।
आज के अभियान में प्रमुख रूप से नन्दन सिंह बिष्ट, सुशील शाह, दीपक आर्य, विकास कुमार, पूरन सिंह सहित कई स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया और अभियान को गति दी। आंदोलन के प्रति क्षेत्रीय जनता का उत्साह यह दर्शाता है कि यह अब एक सामाजिक आंदोलन से बढ़कर क्षेत्र की अस्मिता और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक बन चुका है।