अल्मोड़ा – मानसखण्ड विज्ञान केंद्र, अल्मोड़ा ने अपने प्रथम स्थापना दिवस को एक भव्य समारोह के रूप में मनाया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी थे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय विधायक, अल्मोड़ा श्री मनोज तिवारी जी ने की। समारोह की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसके बाद अतिथियों ने विज्ञान केंद्र की प्रगति और उसकी महत्ता पर अपने विचार साझा किए।
इस अवसर पर प्रो. दुर्गेश पंत, महानिदेशक, उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् (UCoST), देहरादून ने अपने संबोधन में केंद्र द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की और अल्मोड़ा को क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर वैज्ञानिक पहचान दिलाने पर बल दिया। उन्होंने बताया कि यह विज्ञान केंद्र विद्यार्थियों के वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करेगा और भविष्य में विज्ञान और तकनीकी को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विज्ञान उद्यान का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया और इसे विद्यार्थियों और आम नागरिकों के लिए अत्यधिक उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि यह केंद्र समग्र विकास केंद्र के रूप में क्षेत्रीय और राज्य स्तर पर वैज्ञानिक जिज्ञासा को बढ़ावा देगा। उन्होंने बताया कि देहरादून में उत्तराखंड की पहली साइंस सिटी का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है, जो विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी।
कार्यक्रम में गंगा सिंह रौतेला, भूतपूर्व महानिदेशक, एनसीएसएम और सलाहकार, साइंस सिटी, देहरादून ने विज्ञान उद्यान की स्थापना को आधुनिकता की ओर एक बड़ा कदम बताया। साथ ही, ए. डी. चौधरी, महानिदेशक, एनसीएसएम, कोलकाता ने भी विज्ञान केंद्र के महत्व को रेखांकित करते हुए इसका अधिकतम लाभ उठाने की अपील की।
कार्यक्रम के दौरान, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए उद्यमिता विकास और बौद्धिक सम्पदा अधिकार विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला में डॉ. पी. एस. नेगी और जगत बिष्ट ने पेटेंट प्रक्रिया और बौद्धिक संपदा अधिकार पर जानकारी दी। इसके अलावा, डॉ. जी. सी. एस. नेगी ने “लोक जैव विविधता पंजिका में बौद्धिक संपदा अधिकार” पर एक व्याख्यान प्रस्तुत किया। कार्यशाला में 180 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिन्होंने अपने उत्पादों को प्रस्तुत किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अपने अभिभाषण में सभी अतिथियों, कार्यशाला आयोजकों और विज्ञान केंद्र के कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया। अंत में, ई. प्रदीप तिवारी ने धन्यवाद प्रस्ताव पढ़ा और केंद्र के कर्मचारियों और सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन तमन्ना बोरा और मनीष पालीवाल ने किया।
यह आयोजन मानसखण्ड विज्ञान केंद्र के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित हुआ, जो आगे चलकर अल्मोड़ा और उत्तराखंड राज्य में विज्ञान के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।