उत्तराखण्ड की सांस्कृतिक राजधानी अल्मोड़ा में हिमालयी सचल महाकुम्भ श्री नन्दादेवी राजजात 2026 की भव्य तैयारियाँ प्रारम्भ हो गई हैं। इस संदर्भ में श्री नन्दादेवी मंदिर समिति की अध्यक्षता में मनोज वर्मा की अगुवाई में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई, जिसमें यात्रा की केंद्रीय आयोजक समिति के सदस्य एवं नन्दादेवी राजजात समिति के महामंत्री भुवन नौटियाल भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
बैठक में अध्यक्ष मनोज वर्मा ने बताया कि आगामी 2026 में गढ़वाल के कांसुवा के राजकुमारों द्वारा नन्दाधाम नौटी से होमकुण्ड तक श्री नन्दादेवी राजजात का आयोजन किया जाएगा, जिसमें कुमाऊं मंडल के हर जनपद से सैकड़ों देवी-देवताओं की डोलियाँ, छंतोली, ध्वज और निशान यात्रा में शामिल होंगे। यात्रा की भव्यता सुनिश्चित करने के लिए व्यापक योजनाएँ बनाई जा रही हैं।
वर्मा ने केन्द्र और राज्य सरकार से अपील की कि यात्रा के मार्गों और पड़ावों पर ढाचागत सुविधाओं का निर्माण किया जाए, जिसमें मंदिरों का सौंदर्यीकरण, पेयजल, विद्युत, पैदल मार्ग, मोटर मार्ग, सोलर लाइट, शौचालय, स्वास्थ्य केंद्र और रैन बसेरा जैसी सुविधाएँ सुनिश्चित की जाएं। इसके अलावा, उन्होंने सभी मंदिर समितियों और जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे यात्रा मार्गों से संबंधित सुझाव प्रस्तुत करें।
नन्दादेवी राजजात समिति के महामंत्री भुवन नौटियाल ने इस ऐतिहासिक यात्रा के लिए कुमाऊं मंडल के योगदान का उल्लेख करते हुए उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि यात्रा की कार्ययोजना को शीघ्र पूरा कर राज्य और केंद्र के आगामी बजट में प्रावधान किया जाए, ताकि यात्रा दिव्य और भव्य हो सके।
बैठक में मनोज सनवाल, किशन गुरूरानी, नरेन्द्र वर्मा (मुन्ना), जीवन गुप्ता, ललित किशोर पन्त, अर्जुन बिष्ट, रवि गोपल, कमलेश और अनूप साह समेत अन्य लोग भी उपस्थित थे, जिन्होंने यात्रा की सफलतापूर्वक आयोजन के लिए अपने सुझाव दिए।