अल्मोड़ा – लक्ष्मेश्वर वार्ड के पार्षद अभिषेक जोशी ने कर्नाटकखोला के नीचे के जंगल में तेंदुए की सूचना मिलने के बाद तत्काल कार्रवाई की। उन्होंने वन विभाग के सहयोग से दो दिन पहले ट्रैकिंग कैमरे लगाए और गश्त की। उन्होंने प्रेस को जारी बयान में कहा कि ट्रैकिंग कैमरों से तेंदुए की कोई हलचल नहीं मिली और गश्त के दौरान भी ऐसे कोई प्रमाण नहीं मिले, जिससे तेंदुए की उपस्थिति की पुष्टि हो सके। उन्होंने कहा कि अभी तक तेंदुए की गतिविधि आबादी वाले क्षेत्र में नहीं दिखी है, लेकिन यह संभव है कि तेंदुआ घने जंगल के क्षेत्र में हो।
अभिषेक जोशी ने बताया कि इस समय तेंदुए का प्रजनन काल है, और इस कारण जंगल में पिजड़ा लगाना उचित नहीं है। अगर पिजड़े में तेंदुए के बच्चे फंस जाते हैं तो यह तेंदुए को आक्रामक बना सकता है। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही आबादी की ओर पिजड़ा लगाने का प्रयास करेंगे, ताकि यदि तेंदुए की गतिविधि आबादी में हो तो उसे पकड़ा जा सके।
पार्षद ने जनता से अपील की कि वे तेंदुए के बारे में भ्रामक खबरों से बचें और घने जंगलों की ओर जाने से बचें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल कर्नाटक खोला क्षेत्र में तेंदुए की कोई पुष्टि नहीं हुई है, और लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।
गश्त के दौरान वन विभाग के अनुभाग अधिकारी अमित सिंह भैसोड़ा, वन दरोगा भास्कर नाथ महंत, क्यूआरटी प्रभारी सत्येंद्र नेगी, वन बीट अधिकारी विवेक तिवारी और क्यूआरटी सदस्य नीरज नेगी भी मौजूद रहे। पार्षद ने इस मुद्दे पर पूरी निगरानी बनाए रखने का भरोसा दिया।