Almora -अल्मोड़ा पुलिस लाईन के सभागार में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पींचा की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में जनपद के सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया, जिसका मुख्य उद्देश्य जनपद में अपराध की स्थिति, सुरक्षा व्यवस्था और विभागीय समस्याओं की समीक्षा करना था।
सम्मेलन के मुख्य बिंदु:
1. सैनिक सम्मेलन का आयोजन: सम्मेलन की शुरुआत में, सभी उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों से उनकी व्यक्तिगत, सामूहिक एवं विभागीय समस्याओं के बारे में पूछा गया। SSP ने निर्देश दिया कि संबंधित अधिकारी इन समस्याओं के निस्तारण में तत्परता दिखाएं।
2. अपराधों की समीक्षा: जनपद के सभी थानों में दर्ज अपराधों और अभियुक्तों के खिलाफ की गई कार्रवाई की समीक्षा की गई। SSP ने लंबित विवेचनाओं के शीघ्र निस्तारण के लिए भी निर्देश दिए।
3. नए आपराधिक कानून: नए आपराधिक कानूनों को सही तरीके से समझकर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए, ताकि कानून के अंतर्गत सभी आवश्यक कार्रवाई की जा सके।
4. त्यौहारों के दौरान सुरक्षा: दीपावली जैसे आगामी त्यौहारों को देखते हुए, थाना प्रभारियों को जनमानस में सुरक्षा भाव जागरूकता फैलाने और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में प्रभावी पैदल गश्त करने के निर्देश दिए गए।
5. शिक्षण संस्थानों की सुरक्षा: स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शिक्षण संस्थानों के खुलने और बंद होने के समय पुलिस मोबाइल पार्टियों को सतर्क रखने के निर्देश दिए गए, ताकि संदिग्ध व्यक्तियों की धर-पकड़ की जा सके।
6. नशे के खिलाफ कार्रवाई: SSP ने नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेन्स नीति अपनाने और मादक पदार्थों की बरामदगी करने के निर्देश दिए। लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
7. शिकायतों का निस्तारण: ऑनलाइन और ऑफलाइन शिकायतों, माल मुकदमे, समन/नोटिस व वारंटों के तामिल की शत प्रतिशत सुनिश्चितता के लिए निर्देशित किया गया।
8. महिलाओं और नाबालिगों की सुरक्षा: नाबालिगों और महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
9. वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी: थाना स्तर पर टीम बनाकर वांछित और पुरस्कार घोषित अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया गया।
10. सड़क सुरक्षा: सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
11. यातायात नियमों का उल्लंघन: नशे में वाहन चलाने और यातायात नियमों के उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
12. चोरी की घटनाओं पर रोक: त्यौहारी सीजन के दृष्टिगत चोरी की वारदातों को रोकने के लिए संदिग्ध स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाए।
13. सत्यापन ड्राइव: बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन हेतु निरंतर प्रभावी वेरिफिकेशन ड्राईव चलाने के निर्देश दिए गए।
14. साइबर अपराध: साइबर शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए साइबर सेल से सहयोग प्राप्त कर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।
15. जनता के साथ शालीन व्यवहार: पुलिस कर्मचारियों को जनता के साथ शालीनता से व्यवहार करने की हिदायत दी गई।
16. अग्निशमन व्यवस्था: फायर स्टेशन अल्मोड़ा और रानीखेत को दीपावली त्यौहार के दौरान भीड़-भाड़ वाले इलाकों में अग्निशामक उपकरणों की तैनाती के निर्देश दिए गए।
विशेष सम्मान:
इस सम्मेलन में चौखुटिया क्षेत्र में हुए राकेश जोशी ब्लाइंड मर्डर केस का सफल अनावरण करने पर थानाध्यक्ष श्री सतीश चन्द्र कापड़ी को “पुलिस ऑफिसर ऑफ द मंथ” चुना गया। SSP महोदय ने विगत माह में प्रभावी पुलिसिंग और मानवीय कार्य करने वाले 52 अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया, जिससे उनकी मेहनत और लगन को मान्यता मिली।
सम्मानित अधिकारी/कर्मचारी गण:
सम्मेलन में निम्नलिखित अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया:
1. उ0नि0 जसविन्दर सिंह, थानाध्यक्ष दन्या
2. उ0नि0 दिनेश नाथ महन्त, थानाध्यक्ष देघाट
3. उ0नि0 कश्मीर सिंह, थानाध्यक्ष सोमेश्वर
4. थानाध्यक्ष मदन मोहन जोशी, थाना सल्ट
5. थानाध्यक्ष राहुल राठी, थाना लमगड़ा
6. प्रभारी चौकी जैती गंगा राम गोला, थाना लमगड़ा
7. उपनिरीक्षक संजय जोशी, प्रभारी चौकी भिकियासैण, थाना भतरौजखान
8. उपनिरीक्षक हरविंदर सिंह, प्रभारी बग्वालीपोखर थाना द्वाराहाट
9. अपर उपनिरीक्षक रवि रावत, एसडीआरएफ टीम
10. अपर उ0नि0 तनुजा हयांकी, महिला थाना अल्मोड़ा
उपस्थिति:
इस सम्मेलन में सीओ अल्मोड़ा विमल प्रसाद, सीओ संचार राजीव कुमार टम्टा, सीएफओ नरेन्द्र कुंवर, और विभिन्न थाना प्रभारियों ने भाग लिया, जिससे सम्मेलन का महत्व और बढ़ गया।