अल्मोड़ा: शारदा पब्लिक स्कूल के प्रेक्षागृह में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के शोध दल का नागरिक अभिनंदन किया गया। यह आयोजन शारदा पब्लिक स्कूल और अल्मोड़ा के नागरिक समाज द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसमें मुख्य अतिथि प्रोफेसर प्रदीप कुमार दास (विभागाध्यक्ष, भाषा संस्थान, जेएनयू), विशिष्ट अतिथि पद्मश्री डॉक्टर ललित पाण्डे, कार्यक्रम की अध्यक्षा विनीता लखचौरा और कार्यक्रम समन्वयक कल्याण मंकोटी ने भाग लिया।
शारदा पब्लिक स्कूल के बच्चों ने स्वागत गीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जो अतिथियों के लिए मुख्य आकर्षण रहीं। जेएनयू के शोधार्थियों ने बच्चों के साथ संवाद स्थापित कर और अपनी लोकभाषा में गीत गाकर सांस्कृतिक जुड़ाव को और गहरा किया।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर प्रदीप कुमार दास ने इस आयोजन में अल्मोड़ा के नागरिक समाज द्वारा दिखाए गए गर्मजोशी से स्वागत के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने घोषणा की कि उनका दल अल्मोड़ा और पहाड़ के बच्चों को जेएनयू में प्रवेश के लिए तैयारी में सहायता करेगा, जो ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से की जाएगी। यह पहल छात्रों को अपनी क्षमताओं का विस्तार करने का एक अद्वितीय अवसर प्रदान करेगी।
विशिष्ट अतिथि पद्मश्री डॉक्टर ललित पाण्डे ने इस संवाद कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि यह बच्चों को नए शैक्षणिक और सांस्कृतिक अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने इसे क्षेत्रीय शिक्षा और संस्कृति के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
कार्यक्रम की अध्यक्षा विनीता लखचौरा ने शोध दल का आभार व्यक्त किया और भविष्य में शारदा पब्लिक स्कूल के बच्चों के साथ सांस्कृतिक और शैक्षणिक गतिविधियों के लिए सहयोग की बात कही। कार्यक्रम समन्वयक कल्याण मंकोटी और शारदा पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या विनीता लखचौरा को जेएनयू की ओर से प्रोफेसर डॉक्टर किशोर वैद्य ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम के समापन पर अतिथियों को कुमाऊनी व्यंजनों का स्वादिष्ट भोजन परोसा गया। इस अवसर पर डॉक्टर रमेश दानू, भीम सिंह, गोकुल मेहता, सोनी मेहता, भावना मानकोटी, आकांक्षा जोशी सहित शारदा पब्लिक स्कूल के शिक्षक और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
आगामी सांस्कृतिक और शैक्षणिक कार्यशालाओं का भी इस कार्यक्रम में ऐलान किया गया, जिसमें शारदा पब्लिक स्कूल के बच्चे और जेएनयू के शोधार्थी लेखन, भाषा, कला और साहित्य पर कार्यशालाओं में भाग लेंगे।