अल्मोड़ा नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के महापौर प्रत्याशी अजय वर्मा ने चुनावी प्रचार के लिए एक नई रणनीति अपनाई। उन्होंने जनता के बीच जाकर न केवल अपने पक्ष में वोट मांगे, बल्कि नगर निगम के विकास के लिए अपनी योजनाओं का भी विस्तार से ऐलान किया। अजय वर्मा का यह कदम उनके चुनावी अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहलू साबित हुआ।
अजय वर्मा ने चुनावी प्रचार के दौरान जनता से सीधा संवाद स्थापित किया, जो उनकी चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा था। वे शहर के विभिन्न क्षेत्रों, वार्डों, और कॉलोनियों में गए, जहां उन्होंने नागरिकों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना और उनकी प्रतिक्रियाओं को समझा। इस दौरान उन्होंने अपने एजेंडे को स्पष्ट रूप से पेश किया और बताया कि वे नगर निगम के महापौर पद पर चुने जाने के बाद किस प्रकार नगर के विकास के लिए कार्य करेंगे।
वर्मा ने अपने एजेंडे में नगर निगम क्षेत्र की बुनियादी सुविधाओं में सुधार को प्रमुख स्थान दिया। उन्होंने कहा कि उनका प्रमुख लक्ष्य नागरिकों को बेहतर जलापूर्ति, स्वच्छता, सड़कों का सुधार, और परिवहन सुविधाओं को सुनिश्चित करना है। वे यह भी चाहते हैं कि नगर निगम की सफाई व्यवस्था को बेहतर किया जाए ताकि नगर को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाया जा सके। अजय वर्मा ने यह भी कहा कि उनकी प्राथमिकता होगी कि नगर निगम में पारदर्शिता और जिम्मेदार प्रशासन हो, ताकि जनता को हर स्तर पर स्पष्टता मिले।
इसके अलावा, उन्होंने नगर निगम के तहत छोटे व्यापारियों, दुकानदारों और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने की योजना बनाई। वर्मा ने यह भी वादा किया कि वे नगर में व्यापारियों के लिए सुविधाएं और एक उपयुक्त वातावरण प्रदान करेंगे, ताकि व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने नशे की लत से निपटने और युवाओं को रोजगार के नए अवसर देने पर भी जोर दिया, ताकि वे सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ सकें।
अजय वर्मा ने नगर निगम में महिलाओं के लिए सुरक्षित और सशक्त वातावरण बनाने की भी बात की। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा, उत्पीड़न और असुरक्षा के मामलों को गंभीरता से लिया जाएगा, और इसके लिए विशेष सुरक्षा प्रबंध किए जाएंगे। इसके अलावा, उन्होंने बच्चों और बुजुर्गों के लिए विशेष योजनाओं का भी उल्लेख किया, ताकि उनके जीवन स्तर में सुधार हो सके।
अजय वर्मा ने चुनावी प्रचार के दौरान यह भी कहा कि वे जनता से जुड़े रहकर उनके मुद्दों का समाधान करेंगे। वे पारंपरिक राजनीति से हटकर जनता के बीच रहकर उनका विश्वास जीतने की कोशिश कर रहे हैं। उनका कहना था कि नगर निगम का विकास सिर्फ चुनावी वादों से नहीं बल्कि जनता के साथ मिलकर किया जा सकता है।
भा.ज.पा. महापौर प्रत्याशी अजय वर्मा ने अपनी योजना के जरिए यह साबित किया कि वे केवल विकास के वादे नहीं कर रहे हैं, बल्कि जनता के सुझाव और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक ठोस कार्ययोजना तैयार कर रहे हैं। उनका यह कदम नगर निगम चुनावों में एक सकारात्मक बदलाव का संकेत देता है और उम्मीद की जाती है कि वे महापौर पद पर चुनाव जीतने के बाद अपने वादों को पूरा करेंगे।